हम तो बच्चे हैं, शैतानी तो करेंगे ही। आप हमें प्यार से गाइड करें, हम अपनी गलती सुधारंगे। यह बात डीपीएस आगरा से ग्वालियर का हेरिटेज घूमने आए बच्चों ने सूर्य मंदिर के स्टॉफ से कही। उन्हें शहर का हेरिटेज तो अच्छा लगा, लेकिन यहां के लोगों के बिहैव से नाखुश हुए।
ग्वालियर। हम तो बच्चे हैं, शैतानी तो करेंगे ही। आप हमें प्यार से गाइड करें, हम अपनी गलती सुधारंगे। यह बात डीपीएस आगरा से ग्वालियर का हेरिटेज घूमने आए बच्चों ने सूर्य मंदिर के स्टॉफ से कही। उन्हें शहर का हेरिटेज अच्छा लगा।
क्लास 4 एंड 5 में पढऩे वाले 239 बच्चे रविवार को ग्वालियर पहुंचे। वे राज ट्रेवल्स हॉलीडे के माध्यम से शहर आए। हॉलीडे के सीईओ राजेश पालटा सबसे पहले बच्चों को सूर्य मंदिर ले गए। बिड़ला परिवार द्वारा कोर्णार्क मंदिर की तरह बनाए गए रथ के सामान मंदिर की उन्हें पूरी जानकारी दी गई। इसके बाद जयविलास पैलेस ले गए। यहां बच्चों को पैलेस की खूबसूरती, चांदी की ट्रेन, महाराजा की बग्घी व झूमर खूब पसंद आए। बच्चों के साथ स्कूल के 25 फैकल्टी मेंबर्स रहे, जो उन्हें गाइड करते रहे। राजेश पालटा ने बताया कि सोमवार की सुबह बच्चों को ग्वालियर फोर्ट व चिडि़याघर ले जाया जाएगा। ग्वालियर को प्रमोट करने के लिए राज ट्रेवल्स हॉलीडे पिछले दो वर्षों से काम कर रहा है। अभी वह 1, 2 व 4 अक्टूबर को भी बच्चों को ग्वालियर का हेरिटेज दिखाने लाएंगे।
Hindi News / Gwalior / World Heritage Day : चांदी की ट्रेन देख खुश हुए बच्चे