बताया जा रहा है कि, शहर के सबसे बड़े सरकारी जयारोग्य अस्पताल में शुक्रवार की दोपहर ओपीडी में एक महिला अपने ससुर का इलाज कराने के लिए पहुंची थी। बहु ने बताया कि, ससुर कृष्ण ओझा को साइकिल से गिरने पर पैर की हड्डी टूट गई थी। इसी का इलाज कराने लिए महिला आर्थोपेडिक विभाग में दिखाने पहुंची थी। यहां पर डॉक्टर ने परामर्श दिया कि, उसे जेएएच के ट्रामा में भर्ती कराया जाए। महिला ने बताया कि, वो मूल रूप से भिंड की रहने वाली है। हालांकि, ससुर के इलाज के कारण वो फिलहाल ग्वालियर के गोठ इलाके में रहते हैं।
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सोशल मीडिया पर वडियो वायरल
महिला का कहना है कि, जब उसने अपने ससुर को अस्पताल की ओपीड़ी से बाहर ले जाने के लिए उन्होंने पहले काफी देर स्ट्रेचर तलाश किया, लेकिन तहीं से कोई स्च्रेचर नहीं मिला। ऐसे में उसने सिस्टम की लाचारी के सामने हार मानते हुए घर से लेकर आई चादर को जमीन पर बैठाया, फिर उसपर अपने बुजुर्ग ससुर को बैठाकर खुद चादर को खींचते हुए अस्पतल से बाहर लेकर आई। जहां पर किराए से आटो कर वह जेएएच के ट्रामा लेकर पहुंची। अब इस पूरी घटना का वीडियो वायरल हो रहा है जो अपने आप में हैरान करने वाला है।
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मामले में होगी कार्रवाई
मामले के तूल पकड़ने के बाद मेडिकल कॉलेज डीन डॉक्टर अक्षय निगम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, यह मामला आज ही सुबह संज्ञान में आया है। इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। ऐसी तस्वीर नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, 1000 बिस्तर के अस्पताल में 60 से ज्यादा स्ट्रेचर उपलब्ध हैं। ये सभी स्ट्रेचर अलग – अलग डिपार्टमेंट को दिए गए है। 10 स्ट्रेचर की व्यवस्था मुख्य गेट पर भी की गई है। गांव और आसपास के क्षेत्र से मरीज आते हैं, वह कैंपस के रास्ते को और व्यवस्थाओं को नहीं समझ पाते हैं। जल्दबाजी में इस तरह के कदम उठाते हैं जो स्वास्थ्य व्यवस्था की तस्वीर को खराब करते हैं। डीन ने कहा कि सेवा भारती के माध्यम से सहायता केंद्र खोला गया है। मरीजों और उनके अटेंडरों की सहायता के लिए अब डिस्प्ले बोर्ड के साथ एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही है ताकि वह अस्पताल की व्यवस्थाओं का सही ढंग से लाभ ले सके।