मेडीकल कॉलेज शिवपुरी के अधीक्षक केवी वर्मा ने बताया कि वंदना तिवारी गल्र्स हॉस्टल की केयर टेकर होने के साथ ही मेडीकल कॉलेज में फार्मासिस्ट थीं। उन्हें बीते 31 मार्च की रात को ब्रेन हेम्बे्रज हुआ था, जिसके चलते उन्हें ग्वालियर रैफर कर दिया था। ग्वालियर के बिड़ला हॉस्पीटल में भर्ती वंदना तिवारी दो दिन से कोमा में थी और उसी स्थिति में उनका निधन हो गया। मेडीकल कॉलेज अधीक्षक वर्मा का कहना है कि वंदना तिवारी की जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में कभी ड्यूटी नहीं लगाई गई। वहीं कोरोना विंग के नोडल अधिकारी डॉ. दिनेश राजपूत का भी कहना है कि वंदना तिवारी की कभी हमारे आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी नहीं लगाई गई।