संपत्तियों की जांच कर रिपोर्ट दी जाए
उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी संपत्तियों पर टैक्स लेने के मामले में कर्मचारियों ने गड़बड़ियां की है और जिनसे अधिक संपत्तिकर लेना चाहिए उनसे कम लिया है, इसलिए ऐसी संपत्तियों की जांच कर रिपोर्ट दी जाए। क्योंकि इससे निगम का संपत्तिकर काफी बढ़ सकता है। इस दौरान अपर आयुक्त और सभी विधानसभा क्षेत्र के उपायुक्त से कहा कि संपत्तिकर वसूली में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, इसलिए संपत्तिकर वसूली में जो नियम है उसके अनुसार ही वसूली करें। आयुक्त ने वार्ड पर पदस्थ कर संग्रहकों द्वारा अपने क्षेत्र में सिर्फ 1 रसीद और कोई भी रसीद न काटने वाले टीसी व एपीटियो के वेतन काटने की कार्रवाई की गई।
ये भी पढ़ें: खुशखबरी- 6 दिन बंद रहेंगे स्कूल, बच्चों-टीचर्स दोनों की रहेगी छुट्टी इस दौरान प्रेमनारायण कुशवाह, अशोक कुशवाह, संजय राजपूत, शादाब वेग, शुभम दण्डोतिया, मुरली शर्मा, भूपेश श्रीवास,तरूण प्रताप, कुलदीप गुर्जर, प्रशांत शाक्य, रामेंद्र सिंह, रंजीत यादव, अंकित शर्मा, हरिओम शर्मा व अंकाशु मल्होत्रा का सात दिन का वेतन काटा गया। बैठक में अपर आयुक्त अनिल दुबे, अपर आयुक्त वित्त रजनी शुक्ला, उपायुक्त रजनीश गुप्ता, मुकेश बंसल, एपीएस भदौरिया सहित अन्य मौजूद रहे।
करोड़ों रुपए का लगाया गया है चूना
नगर निगम के रिकॉर्ड में 3 लाख 25 हजार संपत्तियां दर्ज है। इसमें से यदि 25 हजार संपत्तियां भी 5000 स्क्वायर फीट से अधिक की है और जांच में दो हजार संपत्तियों में भी गड़बड़ी मिलती है तो निगम को करोड़ों रुपए का चूना टीसी व एपटियों द्वारा लगाया गया है।