मौसम विभाग के अनुसार 17 व 18 दिसंबर को तापमान स्थिर रह सकता है, साथ ही हल्का कोहरा छाएगा, लेकिन 19 दिसंबर से उत्तरी हवा चलेगी। इससे रात में ठिठुरन बढ़ सकती है। 25 दिसंबर से कड़ाके की सर्दी के आसार हैं। इससे पहले बरसात होने का भी अनुमान है।
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ग्वालियर में सुबह हल्की धुंध रही हालांकि दृश्यता 10 किमी तक रही। सुबह साढ़े आठ बजे के बाद तापमान में बढ़ोतरी शुरू हो गई, जिससे दिन में राहत का अहसास हुआ, लेकिन नमी आने से अधिकतम तापमान 26.8 डिसे से घटकर 25.3 डिसे पर आ गया, जो सामान्य से 0.2 डिसे अधिक रहा।
इसलिए नहीं बढ़ी सर्दी
मौसम वैज्ञानिक उमाशंकर चौकसे के अनुसार, अक्टूबर से मार्च के बीच पश्चिमी विक्षोभ आते हैं। पश्चिमी विक्षोभ आने पर कश्मीर में बर्फबारी व मैदानी इलाकों में बारिश होती है। इसके गुजर जाने के बाद ठंड की शुरुआत होती है। एक के बाद दूसरे पश्चिमी विक्षोभ के बीच 15 दिन का अंतर रहता है। 15 दिन में कड़ाके की ठंड होती थी। पश्चिमी विक्षोभ के बीच अंतर नहीं है। इस वजह से उत्तरी हवा नहीं चल रही है। कड़ाके की ठंड नहीं पड़ रही है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार शनिवार को उत्तरी भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। राज्य में इसका अधिक असर नहीं होना पर 22 दिसंबर से एक अन्य सिस्टम सक्रिय होगा। इसके मजबूत होने से 23 दिसंबर से राज्य में दो दिनों तक बरसात हो सकती है।