दरअसल, राष्ट्रीय पोषण माह को आंरभ के कार्यक्रम में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए इमरती देवी ने कहा- अगर आप बच्चों की देखभाल कर रहे हो तोआप भगवान की पूजा कर रहे हो। पोषण आहार को बेचकर हम पैसे वाला नहीं बनते हैं। मैंने गरीबी देखी है, खेतों में काम करके इस जगह तक पहुंची हूं। अगर भगवान भी आ जाएं तो मैं यह कहने से नहीं डरूंगी कि मुझे सिंधिया ने बनाया है। मेरे भगवान सिंधिया हैं।
वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- आप लोगों को एक अच्छी प्रिंसिपल मिल गई है। हम जब स्कूल में थे तो प्रिंसिपल की डांट खाते थे। इमरती जी आपकी प्रिंसिपल हैं। जब मैं डाक विभाग का मंत्री था तो मैंने बेहतर सूचना प्रौद्योगिकी का बेहतर इस्तेमाल करके काम किया था।
प्रदेश की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री बनने के बाद इमरती देवी ने कहा था। यह मंत्रालय उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण मिला है। उन्होंने कहा था, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय मुझे सिंधियाजी ने दिलवाया है। सिंधियाजी अगर उन्हें झाड़ू भी पकड़ा देते तो फिर भी वह खुश रहतीं।
इमरती देवी ग्वालियर जिले की डबरा से विधायक है। वो लगातार तीन बार से चुनाव जीत रही हैं। इमरती देवी को ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे का माना जाता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कहने पर ही इमरती देवी को मंत्री बनाया गया है। कमलनाथ कैबिनेट में उन्हें महिला एवं बाल विकास मंत्री बनाया गया है।