दरअसल, ग्वालियर-चंबल संभाग के श्योपुर जिले में लगभग 413 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तार लिए कूनो-पालपुर अभयारण्य को प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिया है। इसके साथ ही गुजरात के गिर राष्ट्रीय उद्यान से बब्बर शेर (एशियाटिक लॉयन) को लाने का जरिया मिल गया है।
यहां का मामला अभी अटका
प्रदेश सरकार ने कूनो को राष्ट्रीय उद्यान घोषित करने के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसके बावजूद घाटीगांव क्षेत्र में सोन चिरैया अभयारण्य और करैरा क्षेत्र में करैरा अभयारण्य को डीनोटिफाई करने का प्रस्ताव अभी भी अटका हुआ है। वन विभाग ने इस क्षेत्र के 25 गांवों को डि-नोटिफ ाई करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा था, इन प्रस्तावों को सरकार से स्वीकृति तो पहले ही मिल चुकी है, लेकिन राज्य वन्य प्राणी बोर्ड और केन्द्रीय वन्य प्राणी बोर्ड से अनुमति मिलना अभी बाकी है। यह अनुमति आने के बाद डीनोफिकेशन अमल में आ जाएगा।
कब से जारी है प्रक्रिया
अब क्या होगा
कूनो को राष्ट्रीय उद्यान बनाने का निर्णय हो गया है, शनिवार को शासन ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया। शेर देने के लिए अभी गुजरात सरकार तैयार नहीं है। हमारी प्रक्रिया जारी है।करैरा अभयारण्य के पूरे एरिया को डीनोटिफाई करने को लेकर प्रस्ताव जल्द ही सुप्रीम कोर्ट भेजा जाना है।
शाहबाज अहमद, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) भोपाल