अंत्योष्टि के दौरान शासन के दिशा निर्देश का पालन किया गया।नवंबर 1950 में जन्मे स्व. राजेन्द्र सिंह एमकॉम तक शिक्षित थे। उन्होंने नागपुर में निजी कंपनी में सर्विस की। लगभग 21 साल पहले नौकरी छोड़ कर दतिया आ गए थे। रियासत की जमीन जायजाद की देखरेख कर रहे थे। उनके एक पुत्र व पुत्री है। दोनों की शादी हो चुकी है।मप्र शासन के पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह अपने मामा स्व राजेन्द्र सिंह जूदेव के निधन की खबर मिलते ही खिलचीपुर से चलकर सड़क मार्ग से दतिया पहुंचे। उन्होंने किला परिसर पहुंचकर स्वर्गीय महाराज की पार्थिव देह के दर्शन किए तथा छोटे मामा साहब सेंवढ़ा विधयक घनश्याम सिंह व युवराज अरुणादित्य देव से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की।