scriptछोलियाना महादेव के दर्शन करने आज भी आता है सिंधिया परिवार, ये है मंदिर का इतिहास | Chholiana Mahadev Mandir in bhind | Patrika News
ग्वालियर

छोलियाना महादेव के दर्शन करने आज भी आता है सिंधिया परिवार, ये है मंदिर का इतिहास

अटेर रोड पर छोलियाना महादेव के पास स्थित प्राचीन मंदिर पर महादेव मंदिर, 1888 में माधवराव सिंधिया प्रथम ने कराई थी स्थापना

ग्वालियरAug 02, 2019 / 10:24 pm

monu sahu

mahadev

mahadev

ग्वालियर। चंबल संभाग के भिण्ड जिले के अटेर रोड पर छोलियाना महादेव के पास स्थित प्राचीन मंदिर पर महादेव के दर्शन करने के लिए सिंधिया परिवार के सदस्य भी आते है। यह मंदिर सिंधिया देव स्थान ट्रस्ट की ओर से संचालित है। मान्यता है कि शिवजी के दर्शन करने मात्र से भगवान मनोकामना पूर्ण करते हैं। मंदिर में शिवलिंग की स्थापना 1888 में माधौराव सिंधिया प्रथम ने कराई थी। इसके बाद 1919 में फिर से मंदिर का जीर्णोद्वार कराया गया था।
इसे भी पढ़ें : देश में यहां लगती है महादेव की अदालत, जहां जज बन भोलेनाथ सुनते हैं मामले और सुनाते हैं अपना फैसला

इसके बाद 1996 में भी जीर्णोद्वार कराया गया था। पुजारी शंकर दास ने बताया कि मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग करीब डेढ़ फीट की गहराई में स्थापित है। यहां पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में शिवभक्त दर्शन करने के लिए आते है। पुजारी का कहना है कि शिवलिंग के दर्शन करने से हर इच्छा पूरी होती है। सिंधिया परिवार के लोग जब भी भिण्ड आते हैं तो मंदिर में दर्शन करने आते हैं और व्यवस्थाओं का जायजा भी लेते हैं।
इसे भी पढ़ें : 125 साल बाद हरियाली अमावस्या पर बना ऐसा संयोग, इन राशियों की चमकेगी किस्मत

अटेर कि ले तक बनी थी सुरंग, अब हो चुकी है डैमेज
्प्राचीन मंदिर में एक सुरंग भी बनी है जो अटेर किले तक जाती है। वर्तमान मेंं यह सुरंग कई स्थानों पर डेेमेज हो चुकी है। पुजारी का कहना है कि सुरंग का निर्माण राजाओं के द्वारा ही कराया गया था।मंदिर के कई हिस्से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।

Hindi News / Gwalior / छोलियाना महादेव के दर्शन करने आज भी आता है सिंधिया परिवार, ये है मंदिर का इतिहास

ट्रेंडिंग वीडियो