इस मौके पर नगर को आकर्षक सजाया गया था। आदिनाथ भगवान के जन्म के बाद सौधर्म इंद्रसिंघई, राकेश कुमार जैन, कुबेरइंद्र सिंघई, ऋषभ कुमार जैन, यज्ञ नायक सिंघई मदनालाल जैन, भरत जैन, सनत कुमार इंद्र, सिंघई विमल कुमार, महेन्द्र इंद्र, दीपक कुमार जैन, चक्रवती सिंघई लोकेन्द्र जैन आदि केन्द्रों के साथ हाथी पर सवार होकर पांडुक शिला की ओर भव्य यात्रा के साथ प्रस्थान करते हैं। आयोजन स्थल आयोध्या नगरी से सुबह 11 बजे भगवान की शोभायात्रा शुरू की गई है। चल समारोह में शामिल भक्त नाचते-गाते चल रहे थे। जन्म कल्याणक महोत्सव के अवसर पर डबरा, शिवपुरी, ग्वालियर, मंगरौनी, नरवर, कोलारस, लुकवासा, बदरवास, गुना, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया आदि कई क्षेत्रों से समाजबंधु शामिल हुए। चल समारोह में हाथी, घोड़ा पालकी से रथ सुसज्जित होकर चल रहे थे।
फूलों के साथ रत्नों की वर्षा
जैसे ही भगवान आदिनाथ का चल समारोह शुरू हुआ और जन्मोत्सव की तैयारी शुरू होते ही हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा शुरू हो गई गुलाब के फूलों के साथ रत्नों की वर्षा की गई। चल समारोह में मुख्य रूप से समिति के मुख्य संरक्षक लक्ष्मीनारायण जैन, सिंघई मुरारीलाल जैन, ग्रामीण जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र जैन, अध्यक्ष अनंत कुमार जैन, महामंत्री बलदेव अग्रवाल, मुख्य संयोजक रविंद्र जैन, डॉ. एमएल जैन, डॉ. गोपाल अग्रवाल, दामोदर जैन, हरीश अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, देवेन्द्र अग्रवाल, सिंघई मदनलाल जैन आदि शामिल थे।