कुलपति को दीक्षांत समारोह के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री (higher education minister) के सामने अर्थी निकालने और काले झंडे दिखाने की चेतावनी दे डाली। विभाग संगठन महामंत्री संदीप वैैष्णव ने कुलपति को यहां तक कह दिया कि आप विद्यार्थी परिषद को हल्के में न लेे, वरना कुर्सी जाते टाइम नहीं लगेगा। वैष्णव ने कुलपति पर कॉल रिसीव नहीं करने और मैसेज का जवाब नहीं देने पर भडक़ते हुए कहा, आप तो बड़े भारी गुंडे हो विवि के। इस दौरान कुलपति ने उन्हें शाम के कार्यक्रम का हवाला देते हुए व्यस्तता बताई, लेकिन उनकी बात सुनने के बजाय संदीप ने कहा कि कार्यक्रम हमारा नहीं है।
कुलपति कार्यालय तक पहुंच गया
परिषद के छात्र नेता विवि के विधि विभाग में अपनी संगठन बैठक करना चाहते थे। विभागाध्यक्ष डॉ. गणेश दुबे ने बगैर कुलपति की अनुमति के बैठक कराने से इनकार कर दिया। इससे परिषद के छात्र नेता गुस्सा गए और प्रशासनिक भवन में टंडन कक्ष के बाहर नारेबाजी करते हुए हंगामा कर दिया। इसकी सूचना मिलने पर दीक्षांत समारोह की रिहर्सल कर रहे कुलपति, कुलसचिव व अधिकारी फौरन वहां आ गए। उन्होंने छात्र नेताओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे और भडक़ गए। इन्हें रोकने के लिए जब गेटमैन नरेश कुशवाह ने चैनल पर ताला डालने का प्रयास किया तो छात्र नेताओं ने उससे ताला छीनकर दीवार पर फेंक मारा और चैनल भी तोड़ दिया। इस दौरान छीनाझपटी में अभाविप कार्यकर्ता संजय बघेल की शर्ट फट गई।
कुलसचिव ने परोसा पानी, कुलपति ने बांटे कार्ड
विभाग संगठन मंत्री संदीप वैष्णव कुलपति से बोले कि आप लोग विद्यार्थी परिषद को विभागीय बैठक करने के लिए न स्थान दे रहे हो और न ही दीक्षांत समारोह का कार्ड दिया है। हंगामे के बाद कुलपति ने अभाविप छात्र नेताओं को कार्ड बांटे और कुलसचिव डॉ.सुशील मंडेरिया ने छात्र नेताओं को अपने हाथों से पानी परोसा। इधर अब एनएसयूआई आमंत्रण कार्ड को लेकर हंगामा न कर दे। इसलिए उनसे बचाव के लिए तत्काल उन्हें भी कार्ड पहुंचाए गए। आखिर में अभाविप को विधि विभागाध्यक्ष डॉ. गणेश दुबे की मौजूदगी में बैठक की अनुमति भी दे दी गई।
मान लिया गया है सभी मांगों को
एबीवीपी के महानगर मंत्री कृष्ण पाल ने बताया कि बैठक की अनुमति के साथ ही छात्रों की टीसी, माइग्रेशन और मार्कशीट समय पर नहीं मिलने, कर्मचारियों के समय पर नहीं आने जैसी शिकायत लेकर गए थे। विरोध के बाद कुलपति ने बैठक की अनुमति दे दी है साथ ही टीसी,माइग्रेशन व मार्कशीट सहित सभी मांगों को मान लिया गया है।
हम छात्रों की मांगे और लॉ संस्थान में कार्यक्रम की अनुमति लेने के लिए गए थे। हम अच्छे से बात कर रहे थे तभी गार्ड ने हमारे छात्र नेता की शर्ट फाड़ दी। इसके बाद मैंने उन्हें कुर्सी जाने वाली बात कही। मैंने कुलपति को गुंडा नहीं कहा। विवि में कुलपति-कुलसचिव की मनमर्जी नहीं चलेगी।
संदीप वैष्णव, विभाग संगठन महामंत्री एबीवीपी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कुछ छात्र अपनी समस्याओं को लेकर थे। चूंकि मैं और कुलसचिव रिर्हसल में गए हुए थे इससे वह आक्रोशित हो गए और हंगामा मचा दिया। सूचना मिलते ही तत्काल छात्र नेताओं की बीच पहुंचे और उन्हें समझाबुझाकर उनकी समस्या का निराकरण कर उन्हें शांत किया गया।
प्रो.अविनाश तिवारी, कुलपति जीवाजी विश्वविद्यालय