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डार्क नेट पर होता केर्डिट कार्ड का डाटा
दुनिया भर के प्रोफेशनल और कारोबारियों को चूना लगाने के लिए ग्वालियर के इस लड़के को अपने घर से बाहर तक नहीं निकलना पड़ा। उसने इंटरनेट पर वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन खरीदी और फिर डार्कनेट (इंटरनेट पर मौजूद चोर बाजार जिसमें लोगों की गोपनीय जानकारी बेची जाती है) पर जाकर दुनिया भर के 20000 क्रेडिट कार्ड का डाटा खरीद लिया। जिस उम्र (17 साल) को भारत के कानून में नासमझ समझा जाता है, उस उम्र में लड़के ने इतने शातिर ढंग से अपराध को अंजाम दिया कि उसको पकड़ा जाना लगभग असंभव था। उसने दुनिया के अलग-अलग देशों के ऐसे लोगों का चुनाव किया जो अपने क्रेडिट कार्ड से महंगी वस्तुओं की खरीदारी करते थे। पिछले 1 साल में उसने 1.5 करोड रुपए के लग्जरी सामान की खरीदारी दूसरे लोगों के क्रेडिट कार्ड के जरिए कर डाली। इस सामान को डिस्काउंट रेट पर बाजार या परिचितों को बेच देता था।
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पुलिस के सामने बड़ी चुनौती
मामले की जांच करते हुआ ग्वालियर पुलिस ने छानबीन शुरू की और संदिग्ध लड़के को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारी कहानी सामने आ गई। हालांकि ग्वालियर पुलिस के सामने अभी भी सबसे बड़ा चैलेंज इस क्राइम को कोर्ट में साबित करना है। ग्वालियर पुलिस की इन्वेस्टिगेशन टीम महाराजपुरा टीआई मिर्जा आसिफ बेग, एएसआई राघवेंद्र सोलंकी और कांस्टेबल अर्चना कंसाना, कृष्णा पाल यादव, संजय गुर्जर, धुर्वा गुर्जर और पुष्पेन्द्र सिंह यादव इस मामले के सबूत इकट्ठा करने में जुटे हुए हैं।