गुना में दीपावली से पूर्व बाजार में बिक्री पूर्व दिनों की भांति अच्छी होने लगती है। नवरात्र महोत्सव के तहत बाजार में दुकानें, शोरूम सज गए थे, लेकिन बाजार में जिस तरह की खरीदारी की दुकानदारों को उम्मीद थी, वह पूरी नहीं हो पाई। एक बार फिर धनतेरस और दीपावली के लिए बाजार तेजी से सज रहे हैं। दशहरा पर भी बाजार में जिस तरह का बूम आना था, वह भी नहीं दिखा।
27 नक्षत्रों में सबसे शुभ पुष्य नक्षत्र
ज्योतिषी पं. युवराज राजौरिया के मुताबिक 27 नक्षत्रों में से पुष्य नक्षत्र को सबसे शुभ माना जाता है। इसे नक्षत्रों का राजा कहा गया है। पुष्य नक्षत्र में खरीदी गई वस्तुएं स्थाई फलदायी मानी जाती हैं। इस दौरान हर प्रकार की खरीदी की जा सकती है। इससे पहले भी कई शुभ मुहूर्त आ रहे हैं, जिनमें खरीदी करना शुभ माना जाता है। पं. सुरेश शास्त्री ने बताया कि पुष्य नक्षत्र को अमरेज्य भी कहा जाता है। इस नक्षत्र की गुरुवार को युति खरीदारी के लिए बहुत ही शुभ होती है। पुष्य नक्षत्र शनि प्रधान है, लेकिन इसकी प्रकृति गुरु जैसी होती है।
इस दिन स्वर्ण आभूषण, हीरा, देव प्रतिमा, भूमि-भवन, वाहन, फ्रिज, टीवी, वॉशिंग मशीन खरीदना चाहिए। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस दिन चांदी और पीतल के बर्तन खरीदने से मानसिक शांति मिलती है। शरीर भी पुष्ट होता है। इस दिन खरीदी गई वस्तु लंबे समय तक रहती है।
24 अक्टूबर को 11.45 बजे लगेगा पुष्य नक्षत्र
पुष्य नक्षत्र की शुरुआत 24 अक्टूबर को सुबह 11.45 बजे से होगी। यह 25 अक्टूबर को दोपहर 12.30 बजे तक रहेगा। दिनभर खरीदी के लिए शुभ योग रहेगा। व्यापारी भी इस नक्षत्र का इंतजार करते हैं। पुष्य नक्षत्र में की गई खरीदारी और शुरू किए गए व्यापार में बढ़ोतरी होती है। पुष्य नक्षत्र में शिव-पार्वती, इंद्र और बाबा भैरव की पूजा से धन-संपत्ति, वैभव और सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद मिलता है।
आज से 3 दिन तक ये खरीदारी के लिए बेस्ट हैं ये मुहूर्त
–13 अक्टूबर प्रीति, सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग लॉकर, वाहन, फ्रिज, टीवी खरीदी के लिए खास। –15 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धि एवं सूर्य योग आभूषण, हीरा, देव प्रतिमा, भूमि खरीदी के लिए खास।