7 लोगों ने की थी घिनौनी हरकत
आरोपी को बचाने में जुटे थे वरिष्ठ अधिकारी जिला अस्पताल में भर्ती छात्रा के बयान से खुलासा हुआ कि उसके साथ घिनौनी हरकत 7 लोगों ने की थी। पुलिस ने शनिवार को ही 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। रविवार को दो और आरोपियों को पकड़ा है। अब तक पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी संजू माली चांचौड़ा पुलिस थाने का प्राइवेट ड्राइवर है, जो पूर्व में कैंट पुलिस थाने में एक गंभीर अपराध में पकड़ा जा चुका है। इस आरोपी को बचाने के लिए घटना वाले दिन पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी और चांचौड़ा थाना प्रभारी काफी मशक्कत करते रहे।
मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन, फांसी की मांग
सर्व समाज ने नगर पालिका गुना हनुमान चौराहे पर धरना दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में चांचौड़ा-बीनागंज की इस घटना के दोषी आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की। वारदात में शामिल 9 आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात भी कही। पीड़िता के पिता 9 आरोपी बता रहे हैं, जबकि पुलिस 7 आरोपी बता रही है। आखिर दो आरोपियों को पुलिस क्यों बचाने में लगी है? आक्रोशित लोगों का कहना है कि आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए।
बलवीर को सौंपी चांचौड़ा थाने की कमान
रविवार को भी घटना का विरोध हुआ। बीनागंज चौराहे पर लोग धरने पर बैठे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। महिलाएं और छात्राएं भी विरोध प्रदर्शन में शामिल रहीं। लोगों के गुस्से को देखते हुए प्रशासन ने तीन आरोपियों के मकान पर बुलडोजर चलाकर गिरा दिए। वहीं चांचौड़ा थाना प्रभारी रवि गुप्ता को भी हटा दिया। उनकी जगह पर पुलिस अधीक्षक ने यातायात प्रभारी बलवीर सिंह गौर को चांचौड़ा थाने की कमान सौंप दी है।
मधुसूदनगढ़ थाना प्रभारी को सुनाई खरी-खोटी
छात्राओं ने बताया कि कोचिंग जाते समय रास्ते में लड़के परेशान करते हैं। कभी उनकी स्कूटी में कट मारते हैं तो कभी अभद्रता करते हैं। जानकारी यदि परिवार वालों को दें तो वे शाम के समय कोचिंग जाना ही बंद करवा दें। इस तरह की समस्या से निजात दिलाने प्रशासन को गंभीर कदम उठाए चाहिए। मधुसूदनगढ़ थाना प्रभारी अनूप भार्गव ने तत्काल कार्रवाई करने में असमर्थता जाहिर की तो महिलाओं ने उनको खरी-खोटी सुनाई और उन्होंने उप्र के मुख्यमंत्री योगी का उदाहरण देते हुए कहा कि योगी जी तत्काल ऐसी घटनाओं पर एक्शन लेते हैं मप्र में ऐसा क्यों नहीं होता। राघौगढ़ की नारी शक्ति और नागरिक समिति ने साडा कॉलोनी में कैंडल मार्च निकाला। महिलाएं कैंडल जलाती हुईं घटना का विरोध कर आरोपियों को फांसी की सजा की मांग कर रही हैं।
छात्राओं में आक्रोश, बोलीं ऐसे माहौल में हम पढ़ाई छोड़ दें…
विरोध प्रदर्शन में शामिल छात्राओं ने कहा कि गलती कोई और करता है लेकिन खामियाजा लड़कियों को ही भुगतना पड़ता है। इस घटना से पहले ही मम्मी पापा स्कूल और कोचिंग आने-जाने के समय का विशेष ध्यान रखते थे। जरा सी देर होने पर ही वे चिंतित हो जाते थे। ऐसे में इस घटना ने उनकी चिंता को और ज्यादा बढ़ा दिया है। अब तो वे अपनी बेटी को अकेले भेजने में भी डरने लगे हैं। अब तो भाई छोड़ने-लेने जाएगा या फिर वे परिवार का कोई सदस्य खुद जाएगा। उन परिवारों के समक्ष समस्या पैदा हो गई है जिनके यहां या तो भाई नहीं है या फिर माता-पिता छोड़ने नहीं जा सकते। लड़कियों को सवाल है कि तो क्या वे ऐसे माहौल में पढ़ाई छोड़ दें।
दो आरोपी संप्रेक्षण गृह भेजे गए
घटना में शामिल दो आरोपियों को नाबालिग होने की वजह से किशोर न्यायालय में पेश किया, जहां से उनको किशोर संप्रेक्षण गृह भेज दिया। कानून के जानकारों का कहना है कि हाल ही में किशोरों को लेकर कानून में संशोधन हुआ है कि यदि किशोरों ने जघन्य अपराध हो तो ऐसे मामलों को न्यायालय बालिग मानकर उनके खिलाफ उसी तरह मामला चला सकता है जैसे दूसरे बालिगों पर मामला चलता है।
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लगातार आ रही थी टीआइ की शिकायत
लगातार आ रही थी टीआइ की शिकायत: चांचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह ने टीआइ रवि गुप्ता को लेकर टिप्पणी की थी। इससे पहले भी टीआइ की शिकायतें लगातार आ रहीं थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से रवि गुप्ता को लाइन अटैच किया।