दरअसल, तेहरान स्वदेश निर्मित उपग्रह जफर ( Zafar ) लॉंच के लिए पूरी तरह से तैयार है। लॉंंच के लिए उपग्रह को ईरान स्पेस एजेंसी ( ISA ) को सौंप दिया गया है।
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समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने उपग्रह जफर को डिजाइन करने वाले ईरान के विश्वविद्यालय ‘यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी’ के अधिकारी जबर अली जाकेरी ( Jabbar Ali Zakeri ) के हवाले से कहा, ‘अगले तीन महीनों के भीतर उपग्रह को कक्षा में स्थापित कर दिया जाएगा।’
2009 में पहला स्वदेशी उपग्रह किया था लॉंच
ईरान के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंत्री (ICT) मोतेर्जा बरारी ( Morteza Barari ) ने कहा, ‘रंगीन कैमरों से सुसज्जित जफर 90 किलोग्राम का रिमोट-सेंसिंग उपग्रह है, जिसका इस्तेमाल तेल भंडार, खानों, जंगलों और प्राकृतिक आपदाओं के सर्वेक्षण के लिए किया जा सकता है।’
मंत्री बरारी जो ईरान स्पेस एजेंसी के प्रमुख भी हैं, उन्होंने कहा कि यह उपग्रह गोलाकार कक्षा में घूम सकता है और अपने खोजपूर्ण अभियानों के दौरान संदेश भेज सकता है।
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ईरानी अधिकारी ने कहा कि यदि यह लॉन्च कामयाब रहता है, तो जफर नाम का यह उपग्रह 530 किलोमिटर की ऊंचाई पर 18 महीनों तक पृथ्वी के चक्कर काटेगा। ईरान के पहले स्वदेश निर्मित उपग्रह का नाम ओमिद (उम्मीद) था, जिसे वर्ष 2009 में लॉंच किया गया था।
ईरान ने अंतरिक्ष में अपना पहला बायो-कैप्सुल ( bio-capsule ) फरवरी 2010 में कावोसगर-3 ( Kavoshgar-3 ) (एक्सप्लोरर-3) करियर के जरिए भेजा था, जिसमें जीवित जीव भी था।
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