14 मार्च को अपने भेजे गए मेल में स्नेहा ने लिखा था कि अनुज ने पिछले दो महीने में मेरे साथ 4 बार मारपीट की। मेरे शरीर पर चोट के निशान हैं। उसने एक बार मेरे गले को इतनी जोर से दबाया कि मैं बेहोशी की हालत में चली गई थी।
स्नेहा ने आगे लिखा कि आज हुई बातचीत के अनुसार, मैं आपको ये मेल लिख रही हूं। हाल ही में मैंने एक जानलेवा घटना का सामना किया है। स्नेहा ने अपने ईमेल में अपने और अनुज के रिश्ते के बारे में प्रशासन को जानकारी दी। उसने ईमेल में कहा था कि वह अनुज से अलग हो गई थी। इसके बाद उसने उसका गला दबाने की कोशिश की। स्नेहा ने लिखा है कि मेरी मेंटल कंडीशन ठीक नहीं है। मैं मानसिक तौर पर बीमार महससू कर रही हूं, इन सबके कारण मुझे पैनिक अटैक आने लगे हैं। मैं सच में इन सब से बाहर निकलना चाहती हूं।”
स्नेहा ने ईमेल में लिखा था कि “मैं अनुज के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहती लेकिन सुरक्षित रहना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि अनुज मुझे और मेरे परिवार को परेशान ना करे। उसके पास मेरे परिवार के सदस्यों का नंबर है। वह चाहे तो उनसे बातचीत कर सकता है। अगर वह ऐसा करता है तो मेरे परिवार वाले मेरी स्थिति को नहीं समझेंगे। वे मेरे खिलाफ एक्शन ले सकते हैं.”