ये है पूरा मामला दादरी थाने के बारे में चर्चा चल रही है कि यहां एक प्लास्टिक की बोतल में शराब रखी गई है। एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई गई है जो थाने में पहुंचने वाले लोगों के हाथों को इसी शराब से सैनिटाइज करा रहा है। इसका एक फोटो भी सामने आया है। जिसमें पुलिसकर्मी के हाथ में प्लास्टिक की एक बोतल दिख रही है। जिसमें शराब जैसे रंग का एक तरल पदार्थ भरा हुआ है।
क्या है इसका पूरा सच इस बाबत जब पत्रिका ने रियलिटी चेक किया तो पाया कि जिस बोतल में शराब नहीं थी। ये सैनिाइजर बनाया गया है। जिसमें केएमएनओ 4 की गोलियों को डाला गया है। जिससे सैनिटाइजर का रंग कुछ शराब के रंग जैसा दिख रहा है। इस बाबत दादरी थाना प्रभारी दिनेश सिंह से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि गलत अफवाहें हमारे थाने के बारे में उड़ाई गई हैं। हमारे द्वारा सैनिटाइजर में केएमएनओ 4 की टैबलेट मिलाई गई है। इसके बारे में खुद बाबा रामदेव भी जिक्र कर चुके हैं। इससे इंफेक्शन को खत्म किया जाता है। इसका इस्तेमाल थाना स्टाफ द्वारा कुर्सी, टेबल, लैपटॉप आदि को सैनिटाइज करने के लिए किया जा रहा है।
शराब से सैनिटाइज होते हैं हाथ? सोशल मीडिया पर कई पोस्ट शेयर हो रही हैं, जिनमें शराब का इस्तेमाल सैनिटाइजर के तौर पर करना ठीक बताया गया है। इस बाबत डॉक्टरों का कहना है कि शराब से हाथ धोने से कुछ फर्क नहीं पड़ता। डॉक्टर राजेश गुप्ता का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण काफी हानिकारक है। इसको खत्म करने के लिए उन्हीं सैनिटाइजरों को बेहतर पाया गया है जिनमें 70 प्रतिशत से अधिक अल्कोहल है। वहीं शराब की बात करें तो उसमें अल्कोहल की मात्रा 42.8 पर्सेंट तक होती है। तो इससे हाथ धोने से कुछ खास फर्क नहीं पड़ता। इसके बजाय साबुन से हाथ धोने चाहिए।