एयरलाइंस एयर इंडिया की गोरखपुर-लखनऊ की पहली फ्लाइट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय नागरिक उड्डयन व शहरी विकास राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हरी झंडी दिखाई। पहले दिन 40 भाजपा व हिंदू युवा वाहिनी नेताओं समेत 62 यात्री गोरखपुर से लखनऊ के लिए गए। लखनऊ से गोरखपुर के लिए 67 यात्रियों ने बुकिंग कराई थी। लखनऊ से जहाज से आने जाने का किराया महज 1470 रुपये है।
आगे भी होगा विस्तार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर के साथ प्रदेश के पांच हवाई अड्डों से देश के प्रमुख शहरों के लिए हवाई सेवा शुरू हो रही है। गोरखपुर से सात प्रमुख शहरों के लिए फ्लाइट उपलब्ध है और इसका आगे भी विस्तार होता रहेगा। वहीं, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि चार साल पहले यूपी से 28 शहरों के लिए हवाई सेवा शुरू थी। अब यहां से 88 शहरों के लिए एयर कनेक्टिविटी है।
12 अप्रैल से शुरू होगी गोरखपुर-अहमदाबाद के लिए फ्लाइट 12 अप्रैल से गोरखपुर से अहमदाबाद के लिए भी एयर इंडिया की फ्लाइट शुरू हो जाएगी।वर्तमान में गोरखपुर से दिल्ली के लिए एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइस जेट की चार, हैदराबाद, कोलकाता, बेंगलुरु और प्रयागराज के लिए इंडिगो की एक-एक, मुंबई के लिए स्पाइस जेट की दो और इंडिगो की एक और लखनऊ की एयर इंडिया की एक फ्लाइट की सेवा मिल रही गई है।
2022 तक अयोध्या में उतरेंगे यात्री विमान उत्तर प्रदेश में वर्तमान में लखनऊ और वाराणसी से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें हैं। केंद्र व राज्य सरकार 2022 तक अयोध्या से भी अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवा शुरू करने की तैयारी में है। साल के अंत तक लगभग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा भी बनकर तैयार हो जाएगा। एयरपोर्ट निर्माण के लिए राज्य सरकार ने 555.66 एकड़ अतिरिक्त भूमि खरीदने के लिए 1001.77 लाख रुपयों की धनराशि स्वीकृति दी है। इसके अयोध्या एयरपोर्ट के लिए सौ करोड़ की धनराशि का अलग से प्रावधान किया गया है। राज्य सरकार की ओर से भूमि खरीदने के लिए अब तक 9,47.91 करोड़ की धनराशि जारी की गई है। हवाई अड्डे के विकास के लिए अब तक एएआई को 377 एकड़ भूमि उपलब्ध भी कराई जा चुकी है।