Nand baba milk mission yojana:
गोंडा डीएम नेहा शर्मा ने 22 लाभार्थियों को 80-80 हजार रुपये के अनुदान चेक वितरित किए। योजना का उद्देश्य किसानों और पशुपालकों को सशक्त बनाना के साथ-साथ स्वदेशी गायों की उन्नत नस्लों का संवर्धन करना है। योजना के तहत, लाभार्थी गिरि, साहीवाल, हरियाणा, और थारपारकर जैसी स्वदेशी गायों का क्रय कर सकते हैं। प्रति इकाई लागत 2 लाख रुपये होती है। जिस पर अधिकतम 40 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है। योजना के क्रियान्वयन में कुछ बाधाओं के कारण पिछले 10 महीनों से लाभार्थियों को अनुदान राशि नहीं मिल पाई थी।
जिला प्रशासन के निरंतर प्रयासों से मिली राहत
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाकर इस लंबित समस्या को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके प्रयासों से लाभार्थियों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। कार्यक्रम में लाभार्थी विकास ने कहा, “दस महीने से यह अनुदान रुका था। जिससे हम सभी किसान बहुत परेशान थे। लेकिन जिला प्रशासन के प्रयासों से हमारी यह समस्या हल हो गई। लाभार्थी दिलावर खान ने बताया कि इस योजना से न केवल हमें आर्थिक सहायता मिली है। बल्कि स्वदेशी नस्लों को बढ़ावा देने का अवसर भी मिला। अब हमें अपनी आय बढ़ाने और परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का मौका मिलेगा। प्रशासन का यह कदम वाकई प्रशंसनीय है। जिलाधिकारी ने किया संबोधित
डीएम नेहा शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि नंद बाबा दुग्ध मिशन सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। जिसका उद्देश्य किसानों और पशुपालकों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना और स्वदेशी नस्लों का संरक्षण करना है। प्रशासन सदैव यह सुनिश्चित करेगा कि जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ समय पर पहुंचे। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि लाभार्थियों को भविष्य में किसी समस्या का सामना न करना पड़े। योजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता के साथ हो। कार्यक्रम में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राकेश कुमार तिवारी जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी अरुण कुमार सिंह, उप दुग्धशाला विकास अधिकारी इंद्रभूषण सिंह, दुग्ध संघ के स्टाफ, और सभी 22 लाभार्थी उपस्थित रहे।