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यूपी में जब अखिलेश यादव व मायावती ने महागठबंधन किया था तो बीजेपी नहीं चाहती थी कि मनोज सिन्हा गाजीपुर से चुनाव लड़े। सूत्रों की माने तो बीजेपी ने मनोज सिन्हा को बलिया संसदीय सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी की थी लेकिन मनोज सिन्हा इसके लिए तैयार नहीं हुए। मनोज सिन्हा को लगा कि विकास कार्य के चलते वह चुनाव जीत जायेंगे। लेकिन जब चुनाव परिणाम आया तो यह भ्रम भी टूट गया। यूपी चुनाव 2017 की बात की जाये तो पीएम नरेन्द्र मोदी की पहली पसंद मनोज सिन्हा था और उन्हें ही यूपी का सीएम बनाने की तैयारी थी लेकिन बाद में आरएसएस के दखल के बाद योगी आदित्यराज को यूपी का सीएम बनाया गया। इसके बाद पीएम मोदी ने मनोज सिन्हा को रेल व दूरसंचार जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया था जहां पर काम करके मनोज सिन्हा ने दिखाया था इसी काम का अब उन्हें इनाम मिल सकता है और नये मंत्रिमंडल में पहले से बड़ी जगह मनोज सिन्हा को देने की तैयारी की गयी है।
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