न्यूज चैनल की एंकर राधिका की मौत के मामले आरोपी ने बताया क्या हुआ था उस रात बता दें कि शनिवार को जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक गाजियाबाद के जावली गांव में एक निजी कार्यक्रम शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आतंकियों को हथियार रखकर खाना खाने का न्योता दिया। उन्होंने आतंकियों से कहा कि तुम्हें मरने के बाद जन्नत मिलने के नाम पर बरगलाया जा रहा है। कश्मीर के युवाओं को अगर पढ़ाई की ओर मोड़ दिया जाए तो वे गलत दिशा में जाने से बच सकते हैं। मलिक ने कहा कि आतंकवाद (व्यक्ति के) ‘दिमाग’ में है न कि बंदूकों में और उनकी प्राथमिकता राज्य में आतंकवादियों का नहीं, बल्कि आतंकवाद का सफाया कराना है।
पत्रिका अभियान: याेगीराज में लकवाग्रस्त हुआ प्रदूषण विभाग, हजारों लोग जूझ रहे कैंसर से, देखें वीडियो- राज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अब पूरा परिदृश्य पूरी तरह बदल गया है। वहां के ग्रामीण अब आतंकवादियों को शरण देने के बजाय सुरक्षाबलों और पुलिस को उन्हें गिरफ्तार कराने में मदद करते हैं। यही वजह है कि इस बार निकाय चुनाव में कोई हिंसा नहीं हुई। लोगों का रुख आतंकवाद से हट रहा है। उन्होंने दावा किया कि कश्मीर का कोई युवा पिछले चार माह के दौरान किसी आतंकी संगठन में शामिल नहीं हुआ है। मलिक ने कहा कि भारत की फौज एक माह में आतंकियों को खत्म करने में सक्षम है, लेकिन आतंकवाद गोलियों से नहीं बल्कि प्रेम से ही खत्म किया जा सकता है।