इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि 17 व 18 जून की देर शाम दिल्ली के रहने वाले मोहिद्दीन नाम के एक ऑटो चालक की लोनी इलाके में चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। ब्लाइंड मर्डर की इस वारदात के खुलासे और हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए एसपी देहात नीरज कुमार जादौन के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था। पुलिस के पास काेई सबूत नहीं थे और ना ही वजह पता चल रही थी। जांच में लगी टीम के हाथ माेबाइल फोन की सीडीआर से कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे।
इन्ही आधार पर पुलिस ने ऑटो चालक मोहिद्दीन की हत्या करने वाले मोनू और आफताब नाम के दो लोगों को हिरासत में ले लिया। इनसे गहन पूछताछ की गई तो इन्होंने बताया कि यह दोनों दिल्ली से लोनी के लिए मोहिद्दीन के ऑटो में बैठे थे। इनके पास किराए के पैसे नहीं थे। मोहिद्दीन को इन्हें 200 देने थे और यह ऑटो से उतरकर भागने लगे। ऑटो चालक ने इनका विरोध किया और भागने नहीं दिया। इसी दौरान इन दोनों ने मोहिद्दीन को चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया और दोनो ही मौके से फरार हो गए थे।