बड़ी खबरः कैराना आैर नूरपुर के बाद सपा-बसपा का इस वजह से टूट सकता है गठबंधन
एेसे करते थे पूरा धंधा
पुलिस के अनुसार गिरफ्त में आए आरोपियों की पहचान अभिषेक और रुद्र प्रताप के रूप में हुई है। गिरफ्त में आया अभिषेक एक काॅलेज से बीबीए जबकि रुद्र ग्रेजुएशन कर रहा है। पढ़ार्इ के साथ ही बिहार से गांजा लेकर आते थे।इसके बाद 5 से 10 ग्राम का पैकेट वह खुद तैयार करते थे। इसे बेचने के लिए उन्होंने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और कुछ कॉलेजों के पास खोखे लगाने वाले लोगों की चेन बनाई हुर्इ थी। इन दुकानदारों को हर पैकेट पर कमिशन मिलता था।
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वाॅट्सएेप पर लेते थे आॅर्डर आैर एेसे वसूली करते थे पेमेंट
गिरफ्त में आए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने गांजा बेचने से लेकर पेमेंट लेने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया था। वह वाॅट्सएेप के जरिए काॅलेज स्टूडेंट्स को गांजा आने से लेकर डिलीवरी प्वाइंट चुनते थे। इसके बाद उसकी पेमेंट र्इ-वाॅलेट से लेते थे। आरोपी वाॅट्सएेप पर ही नहीं स्टूडेंट्स से संपर्क कर उन्हें गांजा उपलब्ध कराते थे। इतना ही नहीं आरोपी अलग अलग काॅलेज स्टूडेंट्स को वाॅट्सऐप के जरिये ही नया माल आने की जानकारी देते थे। साथ ही आरोपी छात्रों को छूट के ऑफर भी देते थे। पुलिस ने बताया कि इस पूरे नेटवर्क के बारे में पता लगाया जा रहा है। तस्करी में शामिल दुकानदारों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।