इस पूरे मामले की जानकारी की गई तो पता चला कि 26 जनवरी को किसी फैक्ट्री का काले मोबिल आयल से भरा एक टैंकर नाले में पलटा गया। जिसके बाद सारा ऑयल नाले में बहने लगा। लोगों ने ऐसा देखा तो वह कपड़े के माध्यम से उस मोबिल आयल को निकालने में जुट गए और ड्रमों में भरकर ले गए।
अमर शहीद निशांत शर्मा की अंतिम यात्रा में पाकिस्तान के खिलाफ फूटा गुस्सा, देखें वीडियो उधर, आसपास के लोगों का कहना है कि अक्सर यहां एक फैक्ट्री का टैंकर आता है और वह काले मोबिल ऑयल को इस नाले में पलट कर जाता है। यहां कुछ लोग कपड़े के माध्यम से उसे निकालकर ₹20 लीटर के हिसाब से निर्माणाधीन इमारत में होने वाली शटरिंग में इस्तेमाल के लिए बेच देते हैं। बहरहाल अभी इसकी पुष्टि भी किसी ने नहीं है।