यह गलती पड़ी भारी पाकिस्तानी युवती दिल्ली में एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के लिए दिल्ली एनसीआर का वीजा लेकर भारत आई थी। फिलहाल युवती दिल्ली में पढ़ाई कर रही है। इस दौरान फेसबुक पर युवती की मुलाकात गाजियाबाद के एक कारोबारी से हो गई। हालाकि यह युवक मुंबई में कारोबार करता है। दोनों ने गाजियाबाद एक मंदिर में शादी कर ली। शादी के बाद दोनों सब रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंचे। यहां उन्होंने शादी का रजिस्ट्रेशन कराया। पाकिस्तानी युवती ने रजिस्ट्रेशन के दौरान फॉर्म भरते समय नागरिकता के कॉलम में पाकिस्तान की जगह भारतीय लिख दिया।
यहीं गलती दोनों को भारी पड़ गई। दोनों इस गलती को सहीं कराने के लिए सब रजिस्ट्रार आॅफिस के चक्कर लगा रहे है। लेकिन प्रशासनिक अफसरों ने गलती को ठीक करने से साफ मना दिया है। एडीएम वित्त व राजस्व सुनील कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश विवाह पंजीकरण नियमावली 2017 के तहत सर्टिफिकेट जारी होने के बाद में संशोधन की कोई व्यवस्था नहीं है। दंपति दोबारा से पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकता है। लेकिन अब इसकी जांच गनहता के साथ में कराई जाएगी। हालाकि कारोबारी व उनकी पत्नी ने डीएम रितु महेश्वरी से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने मांग की है कि शादी रजिस्ट्रेशन के दौरान नागरिकता के कॉलम में भारतीय लिखने की गलती को ठीक कर दिया जाए। कपल की तरफ से तर्क दिया गया है कि नागरिकता के कॉलम को भरते समय गलती हो गई थी। इसकी वजह से युवती की नागरिकता भारतीय लिख दी गई। दरअसल में पाकिस्तानी युवती ने नागरिकता के कॉलम मेंं भारतीय लिख दिया था। इसकी गलती की वजह से पाकिस्तानी युवती को भारत की नागरिकता नहीं मिल पा रही है।
पाकिस्तानी होने की वजह से सतर्क हुआ प्रशासन जिला प्रशासन पाकिस्तानी लड़की होने की वजह से भी सतर्कता बरत रहा है। इस मामले की जांच डीएम रितु महेश्वरी ने एडीएम वित्त व राजस्व सुनील कुमार को सौंपी हैं। एडीएम वित्त व राजस्व सुनील कुमार ने बताया कि गलत जानकारी देने पर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने बताया कि दोबारा से दोनों को नए सिरे से शादी एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन के लिए पंजीकरण का आवेदन करना होगा। उसके बाद में सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा। दूसरी जगह से भी शादी का पंजीकारण दोनों कर सकते है।