दरअसल इस संस्था के द्वारा कुछ ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई है और जिन लोगों को कोविड-19 संक्रमित होने के बाद अस्पताल में बेड नहीं मिल पाता और ऑक्सीजन की कमी होती रहती है, तो ऐसे मरीजों को वह कार के अंदर ही उन्हें ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाती है। जब तक किसी अस्पताल में मरीज को बेड नहीं मिल जाता। तब तक मरीजों को लगातार यहां ऑक्सीजन दी जाती रहती है। गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा भी संकटमोचक बना हुआ है। गुरुद्वारे की तरफ से कोरोना मरीजों के लिए आक्सीजन लंगर चल रहा हैऔर वहां पर जरूरतमंद लोगों को अस्पताल में बेड मिलने तक अपने परिसर में ही आक्सीजन दी जा रही है।
गुरुद्वारे के प्रबंधक गुरप्रीत सिंह रम्मी ने बताया कि हम गुरुद्वारे में रहकर ही लोगों की जान बचाने का कार्य कर रहे हैं। यहां पर ऑक्सीजन लंगर लगाया हुआ है। कोविड-19 संक्रमित सभी जरूरतमंद लोगों को जब तक उन्हें बेड उपलब्ध नहीं हो जाता तब तक गाड़ी में ही ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। वह घर के लिए सिलेंडर देने या भरने का काम नहीं कर रहे हैं । यदि कोई भी ऐसा मरीज है, जो संक्रमित हो गया है और उसे ऑक्सीजन की आवश्यकता है और अस्पताल में कोई बेड नहीं मिल रहा है तो वह अपने वाहन से यहां तक आ जाए। उसे उसके वाहन में ही जब तक उसे बैड नहीं मिल जाता तब तक ऑक्सीजन दी जाएगी।
4 हजार लोगों की बचा चुके जान उनका दावा है कि अभी तक वह करीब 4000 लोगों की जान बचा चुके हैं। उन्होंने गाजियाबाद के जिलाधिकारी और सांसद से अपील है कि संस्था को बैकअप के लिए 30 या 40 सिलेंडर की और व्यवस्था कराई जाए, जिससे बड़ी संख्या में लोगों की सेवा की जा सके और ऑक्सीजन के जरूरतमंद लोगों की जान बच सके।