बता दें कि शनिवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने कुछ मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी की और ग्राहक बनकर सैनिटाइजर एवं मास्क खरीदे। इस प्रक्रिया में खुद सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ला और डिप्टी कलेक्टर प्रशांत तिवारी मालीवाड़ा स्थित शुभम मेडिकल स्टोर पर ग्राहक बनकर पहुंचे और उन्होंने वहां से मास्क खरीदा तो जो मास्क 25 रुपये का था उन्हें वह मास्क ढाई सौ रुपये में दिया गया। यानी रेट से 10 गुना ज्यादा दाम उनसे वसूले गए। इसके बाद उन्होंने तत्काल प्रभाव से मेडिकल स्टोर का ड्रग लाइसेंस रद्द करते हुए स्टोर बंद करा दिया। इसके बाद अधिकारी प्रदीप मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। जहां उन्होंने सैनिटाइजर खरीदा। यहां भी उनसे सैनिटाइजर पर प्रिंट दाम से ज्यादा पैसे वसूले गए। साथ ही ड्रग इंस्पेक्टर ने सैनिटाइजर के नकली होने की आशंका जताई और उस सैनिटाइजर का मेडिकल स्टोर संचालक से बिल मांगा तो वह बिल भी प्रस्तुत नहीं कर पाया, जिसका सैंपल भरकर जांच के लिए भेजा गया है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की छापेमारी लगातार जारी रहेगी, ताकि आम लोगों को ठगी से बचाया जा सके।
वहीं, दूसरी तरफ एडीएम खालिद अंजुम ने बताया कि श्याम नगर इंडस्ट्रियल एरिया के प्लॉट नंबर-3 पर शालिनी अरोड़ा नाम की महिला द्वारा टॉप इंडस्ट्री के नाम से मास्क बनाए जा रहे थे। शनिवार को छापेमारी की गई और उनसे लाइसेंस मांगा गया तो पता चला कि यह इकाई बिना लाइसेंस के ही संचालित की जा रही थी, जिसे तत्काल प्रभाव से सील किया गया है।