सर्विस सेंटर से आया फोन जानकारी के अनुसार, पिलखुवा निवासी विशाल मीना रेलवे (Railway) मेल सर्विस में कार्यरत हैं। विशाल मुखर्जी नगर में कोचिंग पढ़ते हैं। 19 मई की देर रात उनकी पल्सर बाइक खड़ी हुई थी। वहां से उनकी बाइक चोरी कर ली गई। इसकी मुखर्जी नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। 15 अक्टूबर को उनके पास गाजियाबाद की सेवा बजाज एजेंसी से बाइक की सर्विसिंग को लेकर कॉल आई। बाइक के मॉडल और नंबर के बारे में जान कर वह हैरान रह गए। शिकायत के अनुसार, जब से यह बाइक चोरी हुई थी तब से इसका कुछ पता नहीं चल था।
पुलिस ने नहीं की सुनवाई अचानक जब उनको बाइक के बारे में जानकारी मिली तो वह सर्विस सेंटर पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद पीड़ित ने डीजीपी को ट्विटर पर शिकायत की, जिस पर पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की। इसमें पता चला कि यह बाइक चोरी की है। एक पुलिसकर्मी इसे काफी समय से चला रहा है। बाइक के असली मालिक ने एजेंसी पर खड़ी बाइक का फोटो भी ले लिया और पूरी जानकारी पुलिस को दी।
यह कहा एसएसपी ने बताया जा रहा है कि आरोपी पुलिसकर्मी बाइक की सर्विस कराने के लिए एजेंसी ले गया थ। वहां वह बाइक को छोड़कर चला गया। सर्विस होने के बाद बाइक की आरसी पर लिखे मोबाइल फोन पर फोन किया गया तो मामला खुला। बाइक पर पुलिस पुलिस का स्टीकर भी लगा हुआ था। नंबर भी ठीक से नहीं लिखा हुआ था। जानकारी मिलने के बाद एजेंसी के मैनेजर खुद बाइक को लेकर थाना सिहानी गेट पहुंच गए। इस बारे में गाजियाबाद के एसएसपी (Ghaziabad SSP) सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि ट्विटर पर की गई शिकायत के आधार पर मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हालांकि, लिखित में कोई तहरीर नहीं मिली है। इस मामले में जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।