यह भी पढ़ें-जर्जर स्कूल के बिल्डिंग का एक कमरा गिरा, छुट्टी के कारण बड़ा हादसा टला
उन्होंने बताया कि इस टीम के अंतर्गत महिला सुरक्षाकर्मी भी सादा वर्दी में तैनात की गई हैं। यह टीम स्कूल के आस-पास और बाजारों व भीड़ वाले इलाकों में भी तैनात की गई हैं। हाल में ही कुछ चेन स्नेचरों को उस वक्त धर दबोचा गया है, जब चेन स्नेचरों ने सादा वर्दी में खड़ी टीम के सामने ही वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया था। टीम में शामिल महिला पुलिसकर्मियों को पहचानने में चेन स्नेचर कई बार धोखा खा जाते हैं और उन्हें वहीं दबोच लिया जाता है।
यह भी पढ़ें–इस जिले में फेल हुआ सीएम योगी का एंटी रोमियो स्क्वॉयड, लड़कियों का जीना हुआ दूभर क्षेत्राधिकारी ने बताया कि महिलाओं को समय-समय पर पुलिस द्वारा जागरुक किए जाने का भी अभियान चलाया जा रहा है। इस बारे में महिलाओं को अपनी सुरक्षा के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है और उनके साथ इस तरह का हादसा हो जाए तो महिलाओं को घबराना नहीं चाहिए और वारदात करने वाले बदमाशों की पहचान का प्रयास करते हुए तत्काल प्रभाव से 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचित करना चाहिए। अब 100 नंबर की सुविधा भी काफी सुगम हो गई है। यानी सूचना मिलने के चंद मिनटों में ही पुलिस की गाड़ी मौके पर पहुंच जाती है।
मनीषा सिंह का कहना है कि पुलिस जल्द ही महिलाओं की सुविधा के लिए इस तरह की योजना तैयार कर रही है कि यदि किसी महिला के साथ इस तरह की घटना घट जाती है और पुलिस मौके पर पहुंचती है तो उसी समय उसकी एफआईआर दर्ज की जा सके। साथ ही पीड़ित महिला थाने जाए तो उसकी FIR तत्काल प्रभाव से दर्ज हो जाए ताकि महिलाओं को कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े। उन्होंने बताया कि पुलिस की इस योजना के बाद से शहर में चेन स्नेचिंग की वारदातों के ग्राफ में काफी कमी भी आई है। पुलिस भरसक प्रयास में लगी है कि पूरा शहर चेन स्नेचिंग जैसी वारदातों से मुक्त हो जाए।
यह भी देखें-सिपाही ने खोली यूपी पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार की पोल इसके अलावा मनीषा सिंह ने बताया कि कांवड़ मेले के दौरान भी बहुत सी महिलाएं कावड़ लेकर आती हैं। उनकी सुविधा के लिए बनाए गए जगह-जगह कांवड़ शिविरों में भी महिलाओं के लिए अलग से सुलभ शौचालय बनाए जाने का प्रावधान किया गया है। उनके रहने के लिए भी शिविर में अलग इंतजाम कराया जा रहा है। इसके अलावा पेट्रोलिंग व्यवस्था भी बढ़ाई गई है। अलग से महिला सुरक्षाकर्मी भी तैनात की गई हैं। उन्होंने बताया कि कावंड़ मेले के दौरान भी कावड़ियों के बीच में कावड़ियों के भेष में महिला सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहेंगी। ताकि किसी भी महिला को किसी तरह की कोई परेशानी ना आए।