क्या है पूरा मामला मामला सरिया माफियाओं से जुड़ा हुआ है जो कि हाईवे पर सरिये से लदे ट्रकों को लूटकर उसकी सप्लाई मार्केट में कर देते थे। बताया जा रहा है कि जेल में बैठे गैंगस्टर सुंदर भाटी गैंग और गैंगस्टर रवि काणा इस पूरे सिंडिकेट को चला रहे हैं। उनके लिए सरिया से इकट्ठा हुआ पैसा हथियार खरीदने का जरिया था। यह हथियार विदेशों से खरीदे जाने की बात सामने आ रही है। एसएसपी की टीम ने मामले में 43 लोगों को गिरफ्तार किया है।
माफिया का जेल और इंटरनेशनल हथियार तस्कर कनेक्शन हाईवे पर चलने वाले सरिये से लदे ट्रकों से पूरा मामला जुड़ा हुआ है। इन ट्रकों को लूट लिया जाता है या फिर ट्रक ड्राइवर की मिलीभगत से सरिया गायब कर दिया जाता है। इसके बाद उसे मार्केट में बेचा जाता है। यह गोरखधंधा पिछले कई साल से चल रहा था। मामले का खुलासा तब हुआ जब विजयनगर में सतीश यादव नाम के सरिया माफिया को एसएसपी ने अरेस्ट किया। उसके बाद एक के बाद एक तार खुलते चले गए और कुल 43 लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
गैंगस्टर से जुड़े तार पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह पूरा खेल गैंगस्टर सुंदर भाटी और रवि काणा से जुड़ा हुआ है। गैंगस्टर सुंदर भाटी की अनिल दुजाना गैंग से काफी समय से दुश्मनी चली आ रही है और कई गैंगवार हुए हैं। सरिया के इस गोरखधंधे से जो पैसा कमाया जाता है वह महंगे हथियार खरीदने में इस्तेमाल होता है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान से लेकर दूसरे देशों से स्मगलिंग कर के आधुनिक हथियार इसी पैसे से मंगवाए जाते थे। गाजियाबाद और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई बार इन हथियारों का उपयोग भी सामने आ चुका है। हालांकि पुलिस पर खुलकर नहीं बोल रही लेकिन गाजियाबाद एसएसपी ने हथियार वाले सवाल पर मामले की जांच की बात कही है।
इन पुलिस अफसरों पर गिरी गाज गाजियाबाद एसएसपी वैभव
कृष्ण ने बताया कि विजयनगर थाना इंचार्ज और कवि नगर थाना इंचार्ज समेत हाइवे पुलिस चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जा रही है। बरामद किए गए सरिया की कीमत करीब ढाई करोड रुपए आंकी जा रही है।