Paytm से दिए थे खाने के 142 रुपये दरअसल, मामला रविवार (Sunday) का है। सिद्धार्थ बंसल इंजीनियरिंग का छात्र है। वह लिंक रोड थाना क्षेत्र की रामप्रस्थ कॉलोनी में रहता है। उसके पिता सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में वकील हैं जबकि मां डॉक्टर हैं। 8 दिसंबर (December) को छात्र ने जोमैटो (Zomato) से ऑनलाइन काठी रोल और चाप का ऑर्डर किया था। सिद्धार्थ की मां डॉ. रूबी बंसल का कहना है कि उनके बेटे ने खाने के 142 रुपये पेटीएम (Paytm) से एडवांस में दे दिए थे। जब ऑर्डर घर पर नहीं पहुंचा तो छात्र ने फोन कर जानकारी की। उसको बताया गया कि खाना घर पर रिसीव नहीं किया गया है। सिद्धार्थ ने जब रिफंड की बात की तो पैसे देने से मना कर दिया गया।
रिफंड देने से किया मना उसने कस्टमर केयर (Customer Care) पर फोन किया तो वहां कोई रिस्पांस नहीं मिला। इसके कुछ देर बाद उसके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि वह उसको रिफंड दे देगा। इस पर सिद्धार्थ ने उसे पेटीएम पर रिफंड करने को कहा। इसके बाद आरोपी ने उसको अपना ऐप खोलने और लाइन पर बने रहने को कहा। सिद्धार्थ ने अपना ऐप खोल लिया और कॉल चलती रही। तीन-चार मिनट तक कॉल चलती रही। इस बीच उसके पास एक मैसेज आया। इसमें उसे पता चलता है कि उसका कुछ पैसा खाते से निकल गया है। इस पर उसने कॉल डिस्कनेक्ट की।
खाते से निकल गए 91 हजार रुपये यूको बैंक (UCO Bank) में कस्टमेयर केयर पर फोन करने पर कोई रिस्पांस नहीं मिला। इस बीच उसके पास ट्रांजेक्शन के मैसेज आते रहे। छात्र के पास ट्रांजेक्शन के 7 मैसेज आए, जिसमें उसके खाते से 91 हजार 196 रुपए निकल गए। अब उसके खाते में केवल 20 रुपये बचे हैं। इसके बाद उन्होंने 112 नंबर पर कॉल किया तो उनको सूर्य नगर चौकी में जानकारी देने को कहा गया। वहां उनको डेढ़ घंटे बीत गए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। फिर पीड़ितों ने पुलिस के अधिकारियों और साइबर क्राइम को जानकारी दी। उन्होंने बैंक को भी इस बारे में पूरी डिटेल दे दी है। आरोप है कि अभी तक मामले में कुछ नहीं हुआ है। इस बारे में डीएसपी राकेश मिश्रा का कहना है कि महरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।