यूपी फिर शर्मसार: यमुना एक्सप्रेस-वे पर लिफ्ट देने के बहाने कक्षा 3 की छात्रा से हैवानियत इस दौरान तमाम जांच के बाद सीबीआई की जांच में पाया कि यादव सिंह और उसके पूरे परिवार की संपत्ति आय से करीब 500 प्रतिशत ज्यादा है। इस पूरी आय के मामले में सीबीआई द्वारा यादव सिंह और उसके परिवार एवं उसके सहयोगियों से तमाम दस्तावेज मांगे गए थे। इसमें साफ तौर पर पाया गया कि कालेधन को नंबर 1 के करने में भी इसकी कुछ सहयोगी कंपनियां और पूरा परिवार शामिल रहा है, जिसे देखते हुए इन पर सीबीआई द्वारा तमाम चार्ज फ्रेम किए गए हैं। सीबीआई के वरिष्ठ लोक अभियोजक वीके सिंह ने बताया कि शुक्रवार को पेशी के दौरान सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा यादव सिंह समेत कुल 9 अभियुक्तों पर आरोप तय किए गए हैं, जिसके चलते अब यादव सिंह की मुश्किल और बढ़ गई हैं। क्योंकि यादव सिंह समेत अब कुल 9 अभियुक्तों पर मुकदमा चलेगा। इसकी अगली सुनवाई 12 सितंबर को होनी निश्चित हुई है।
Good News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कदम के बाद यह कंपनी 14 हजार लोगों को देगी नौकरी उन्होंने बताया कि राखी और तीन कंपनियां कुसुम गारमेंट प्राइवेट लिमिटेड, मिस केएस अल्ट्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, मिस हित्विकी क्रिश्चियन प्राइवेट लिमिटेड और ट्रस्ट पीजीपी चैरिटेबल को भी आरोपी बनाया था। इनकी मदद से ही यादव सिंह ने तमाम काले धन को नंबर 1 में साबित करने का प्रयास किया था। तमाम जांच के बाद यादव सिंह और उसका परिवार एवं अन्य सहयोगी कंपनी अभी पूरे मामले में दोषी पाई गई हैं।