33 फीसदी कर्मचारियों को बुलाया लॉकडाउन—3 में गाजियाबाद में कुछ संस्थानों को खोले जाने की अनुमति मिल गई है। कुछ औद्योगिक इकाइयों को भी खोले जाने की अनुमति दी गई है। हालांकि, औद्योगिक इकाई में 33 फीसदी कर्मचारियों को बुलाए जाने की ही बात कही गई है। शासन द्वारा संस्थान खोले जाने के लिए एक गाइडलाइन भी जारी की गई है। गाजियाबाद के हॉटस्पॉट रहे मसूरी इलाके में भी कुछ औद्योगिक इकाइयां कई दिन बाद खोली गई हैं। कुरकुरे बनाने वाली फैक्ट्री को भी खोला गया है। कई दिन बाद अपने काम पर लौटे मजदूर भी बेहद खुश दिखाई दिए। यहां पर लगातार सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है। साथ को सभी को सैनिटाइजर से हाथ साफ करने के बाद ही अंदर प्रवेश करने दिया गया। फैक्ट्री मलिक के अनुसार, फैक्ट्री मैं जो भी स्टाफ काम करता है, उसमें से महज 33 फीसदी स्टाफ ही बुलाया गया है।
इतने कर्मचारी करते हैं काम मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद में बुधवार को चार हजार फैक्ट्रियों में फिर से काम शुरू हो गया। इसके लिए फैक्ट्री मालिकों की तरफ से नियमों के पालन का शपथपत्र देना पड़ा है। जल्द ही दो हजार और फैक्ट्रियां शुरू होने की उम्मीद है। इनमें से ज्यादातर फैक्ट्रियों के कर्मचारी कार्यस्थल पर ही रह रहे हैं। जिला उद्योग केंद्र के अनुसार, 10,915 फैक्ट्रियों से खोलने को लेकर बात की गई थी। इनमें से 6 हजार फैक्ट्रियों को चालू कर सकते हैं। 4 हजार फैक्ट्रियों को बुधवार से शुरू करा दिया गया है। इन फैक्ट्रियों में दो से लेकर 20 तक कर्मचारी काम करते हैं। जल्द ही 50 और उससे ज्यादा श्रमिकों वाली कंपनियां भी शुरू हो जाएंगी। जिला उद्योग केंद्र उपायुक्त उद्योग वीरेंद्र कुमार का कहना है कि विभाग खुद भी उद्योगों की जांच करेगी। यदि नियमों को उल्लंघन होते पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।