दरअसल, कलेक्टर ने गौरव
गरियाबंद अभियान की समीक्षा करने के लिए जिला पंचायत के ऑडिटोरियम में समीक्षा बैठक बुलाई थी। बीईओ, प्राचार्यों और ब्लॉक रिसोर्स कॉर्डिनेटर (बीआरसीसी) से रिजल्ट सुधारने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली। इस दौरान छमाही नतीजों की समीक्षा भी हुई। इसमें कई स्कूलों का खराब रिजल्ट देखकर कलेक्टर नाराज हो गए। उन्होंने 36 स्कूलों के संस्था प्रमुखों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का आदेश दिया। सभी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए हर एक स्कूल में क्वालिटी एजुकेशन सुनिश्चित की जाए।
मार्च के पहले हते से होंगी बोर्ड परीक्षाएं
बता दें कि 10वीं-12वीं बोर्ड की
परीक्षाएं संभवत: मार्च के पहले हते से शुरू हो सकती हैं। ऐसें में कलेक्टर ने अधिकारियों को सी और डी ग्रेड वाले सभी स्कूलों का मौके पर जाकर निरीक्षण करने कहा है। कलेक्टर ने चेतावनी दी कि अगर परिणाम नहीं सुधरे तो शासन को पत्र भेजकर संबंधित प्राचार्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने साफ किया कि अब किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रश्न बैंक तैयार कर प्राचार्यों को दिया गया
बैठक के दौरान कलेक्टर ने कुछ स्कूलों के अच्छे परिणाम की भी सराहना की। जिन स्कूलों ने ए ग्रेड प्राप्त किया, उनके प्रमुखों को प्रशंसा पत्र देने का निर्णय लिया गया। इनमें शासकीय कन्या विद्यालय देवभोग, शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल गोपालपुर, शासकीय हाईस्कूल बजाड़ी और शासकीय हाईस्कूल गायडबरी जैसे कई स्कूल शामिल हैं। कलेक्टर ने इन स्कूलों से दूसरे स्कूलों के संस्था प्रमुखों को प्रेरणा लेने की बात भी कही।
शिक्षकों व प्राचार्यों को मुख्यालय में रहने कहा
कलेक्टर ने कहा कि सभी शिक्षक और संस्था प्रमुख मुख्यालय में रहेंगे। निर्धारित समय पर स्कूल जाएंगे, ताकि शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार हो। उन्होंने 10वीं-12वीं में शत-प्रतिशत सफलता के लिए गौरव गरियाबंद को विशेष कार्य योजना बताया। इसके तहत सभी स्कूलों में बेहतर रिजल्ट के लिए शिक्षकों और संस्था प्रमुखों को सक्रिय रूप से काम करने कहा गया है। कलेक्टर ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य केवल अच्छे परिणाम हासिल करना नहीं, बल्कि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार भी लाना है। इसके लिए शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
इन पर कार्रवाई…
अल्का दानी (गरियाबंद), तृप्ति शामिम (छिंदौला), जावेद खान (नागाबुड़ा), खिलावन साहू (बिंद्रानवागढ़), एमएल यदु (बकली), फिबीयोला लकड़ा (सड़क परसुली), एमआर रात्रे (कौंदकेरा), शिवसिंह कंवर (फिंगेश्वर), केटीसी देवांगन (लोहझर), जीएल नायक (पीपरछेड़ी), संजय शुक्ला (नहरगांव), कमल सिंह ध्रुव (गुंडरदेही), पुष्पराज बाघमारे (बासीन), पितांबर ध्रुव (बोरीद), पीएल धृतलहरे (दुल्ला), नरेंद्र कुमार यदु (पसौद), वर्षा नेताम (धुमा), दिनेश श्रीवास (परसदाजोशी), एम कुजुर (पोंड़), अजीत साहू (पंक्तियां), ओमप्रकाश सिन्हा (सिर्रीकला), बसंत कुमार यदु (रानीपरतेवा), ज्योत्सना दास (सिवनी), टीआर नेताम (भसेरा), एन नरवरे (सांकरा), भावना (पेंड्रा), कमल साहू (करचाली), रीता अग्रवाल (बरोंडा), दिलराम ध्रुव (राजिम), अतुल (बेंदकुरा), याचना जोशी (खुटेरी), दिनेश टंडन (पाटसिवनी), राकेश कुमार वर्मा (जेंजरा), बंसत कुमार साहू (किरवई), निरंजन तिवारी (कोपरा) और छुरा से एनसी साहू।