खबरों के मुताबिक, हुवावे और शेन्जेन के बीच यह सौदा 15 बिलियन डॉलर में तय किया गया है, जिससे ऑनर के चैनल सेलर और आपूर्तिकर्ताओं को इस मुश्किल घड़ी से उबरने में मदद मिलेगी। अमरीका में ऑनर स्मार्टफोन को प्रतिबंधों के घेरे में लाए जाने की वजह से हुवावे को किसी भी अमरीकी कंपनी के साथ बिजनेस करने की मनाही थी।
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा, एक बार ऑनर को बेच दिए जाने पर हुवावे के पास इसका कोई शेयर नहीं होगा, हुवावे इसके व्यवसाय प्रबंधन में किसी भी तरह से शामिल नहीं होगा या न ही हुवावे के पास नई ऑनर कंपनी को लेकर निर्णय लेने संबंधी अधिकार होंगे। हुवावे ने कहा कि कंपनी के अस्तित्व को बनाए रखने या इसे सुचारू रूप से जारी रखने के लिए ऑनर के इंडस्ट्री चेन ने यह कदम उठाया है।
बता दें कि पिछले वर्ष ग्लोबल स्मार्टफोन मार्केट में हुवावे बिक्री केे मामले नंबर 1 पर थी। इस बार (Samsung) सैमसंग ने उसे पछाड़ दिया। पिछले दिनों आई रिपोर्ट के अनुसार, रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त महीने में कोरियन कंपनी सैमसंग की वैश्विक बाजार में साझेदारी 22 फीसदी हो गई है। वहीं पिछले साल टॉप पॉजिशन पर रही चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Huawei इस बार दूसरे स्थान पर है। हुवावे की मार्केट में हिस्सेदारी अगस्त महीने में गिरकर 16 फीसदी रह गई,जो अप्रैल महीने में 21 फीसदी थी। Huawei के स्मार्टफोन्स की बिक्री में कमी आई है।