गेहूं किसान देवेन्द्र सिंह का कहना है कि उनकी अभी 30 प्रतिशत गेहूं की फसल कटने के लिए खेत में खड़ी है। इस तेज आंधी, बारिश ने नुकसान कर दिया। अब वह क्या करें। कुदरत के सामने किसी की भी नहीं चलती है। किसान भरतराम का कहना है कि जौ भी कटने के लिए तैयार खड़ी है। बारिश से फसल गीली हो गई और अभी कट भी नहीं सकती। अभी भी जिले भर में जगह—जगह बारिश जारी है।
कोरोना वायरस को लेकर पहले से ही किसानों को काफी नुकसान हुआ है। कोरोना के चलते आवागमन बंद होने के कारण आलू किसानों के आलू कोल्ड स्टोर में रखे हुए हैं जबकि गेहूं किसानों ने गेहूं की बोरियों को घर में रख लिया है। बाहर भाव न मिलने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब बारिश और तेज आंधी ने मुश्किल खड़ी कर दी है।