बैंक द्वारा जारी बयान के मुताबिक, लंबी अवधि वाले फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में रिटेल सेग्मेंट में 0.2 फीसदी तक और बल्क सेग्मेंट में 0.35 फीसदी तक की कटौती की गई है। जबकि, छोटी अवधि यानी 179 दिनों तक की अवधि वाले में एफडी पर बयाज दरों में 0.5 फीसदी से लेकर 0.75 फीसदी की कटौती की गई है।
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10 करोड़ रुपये से अधिक के एफडी पर नहीं बदली ब्याज दरें
बैंक के इस फैसले के बाद अब एसबीआई में 2 करोड़ रुपये से कम की एक साल की एफडी पर ब्याज दर 6.80 फीसदी हो गई है। इसके पहले यह 7 फीसदी थी। वहीं, दो साल की एफडी पर बयाज दर 0.05 फीसदी घटकर 6.70 फीसदी और 3 साल की एफडी पर 0.10 फीसदी घटकर 6.60 फीसदी हर गई है। 10 करोड़ रुपये से अधिक की एफडी की बात करें तो इस एफडी दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस सेग्मेंट में नई ब्याज दरें अंतिम बार 22 फरवरी को लागू की गईं थी।
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एमसीएलआर में भी कटौती
एफडी पर ब्याज दरों के साथ एसबीआई ने जुलाई माह की शुरुआत में कर्ज के लिए ब्याज दरों में भी कटौती की गई थी। एसबीआई ने सभी अवधि के लिए अपने एमसीएलआर में 0.05 फीसदी की कटौती कर दिया है। इसके बाद अब एक साल की एमसीएलआर 8.45 फीसदी से घटकर 8.40 फीसदी प्रतिवर्ष पर आ गई है। एमसीएलआरत्र से लिंक्ड बैंक के सभी लोन्स के लिए ब्याज दर अब 0.05 फीसदी घट गई है। नई रूष्टरुक्र 10 जुलाई 2019 से लागू हो गई है। यह मौजूदा वित्त वर्ष में बैंक द्वारा तीसरा रेट कट है। इस नए रेट कट को मिलाकर 10 अप्रैल 2019 से अब तक होम लोन की ब्याज दरें 0.2 फीसदी घट गई हैं।