राधिका बिनानी सोमवार को पत्रिका कीनोट सलोन में फेसबुक पर लाइव के दौरान पत्रिका समूह के दर्शकों और पाठकों के सवालों का जवाब दे रही थीं। उन्होंने निवेश के मामले में कहा कि हमें सबसे पहले अपना कैश फ्लो देखना चाहिए और उसके बाद निवेश के बारे में निर्णय लेना चाहिए। इसके साथ ही अपने पोर्टफोलियों को समय—समय पर चेक करते रहना चाहिए, जिससे कि आप अपने निर्णय पर दोबारा विचार कर सकें। निवेश को भी समय और जरूरत के हिसाब से तय करें।
मोनोटोरियम ले रहे हैं, नहीं बिगड़ेगा क्रेडिट स्कोर
राधिका ने बताया कि अगर आप रिजर्व बैंक की स्कीम मोनोटोरियम के साथ जा रहे हैं तो इससे आपके सिविल स्कोर पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सरकार ने यह समय खुद दिया है। लिहाजा घबराने की जरूरत नहीं है।
सबसे पहले देखा जाता है कि उनकी उम्र क्या है, सैलरी क्या है। पैसा किस चीज के लिए चाहिए। सामान्य तौर पर म्युचुअल फंड के लिए 5 से 7 साल तक के लिए पैसा निवेश करना चाहिए। 3 साल तक के लिए एफडी करना चाहिए। 40 से 50 % तक आप म्युचुअल फंड में डाल सकते हैं।
अगर इस दौर में आपको इमरजेंसी फंड की जरूरत पड़ती है तो आप पीएफ की ओर जा सकते हैं। NPS में भी भुगतान कर सकते हैं, डिपॉजिट पर भी लोन ले सकते हैं, गोल्ड लोन भी ले सकते हैं और कुछ बैंक और वित्तीय संस्थान शॉर्ट टर्म लोन दे सकते हैं।
1 अपने ऊपर भरोसा रखें।
2 जितना चाहिए उतना ही खर्च करें, जरूरतमंद चीजों पर ही फोकस कीजिए
3 लॉन्ग टर्म प्लानिंग कीजिए
4 रेग्यूलर चेकअप, हेल्थ चेकअप, क्रेडिट चेकअप या इनवेस्टमेंट चेकअप कीजिए
5 हमेशा टिप्स पर मत जाइए..एक्सपर्ट्स या रिसर्च पर काम कीजिए।