पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड लोन कैटेगरी में आते हैं। बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) की ओर से शादी, घर की मरम्मत एवं अन्य जरूरतों के आधार पर पर्सनल लोन मुहैया कराती हैं। ये बिना किसी गारंटी के दिए जाते हैं। यानि इस लोन को लेने के लिए कुछ गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती है। इसी के चलते सिक्योर्ड लोन के मुकाबले इसमें ब्याज थोड़ा ज्यादा लिया जाता है।
पर्सनल लोन लेते वक्त ग्राहक का क्रेडिट स्कोर बहुत मायने रखता है। क्रेडिट युटिलाइजेशन रेशियो को 30 फीसद की सीमा में रखना अच्छा माना जाता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 और इससे ज्यादा है तो आपको बेहतर पर्सनल लोने मिलने की संभावना रहती है। इसमें आपको कम ब्याज चुकाना होगा।
अगर आप कम ब्याज दर वाला पर्सनल लोन चाहते हैं, तो आपकी भुगतान हिस्ट्री अच्छी होनी चाहिए। यानि जो ग्राहक पहले से लिए लोन की ईएमआई समय पर चुकाते हैं इससे उनका भुगतान रिकॉर्ड अच्छा बनता है। पर्सनल लोन लेते समय ग्राहक का ये रिकॉर्ड चेक किया जाता है। अगर आपकी हिस्ट्री अच्छी होगी तो आपको लोन आसानी से मिल सकता है।
पर्सनल लोन लेते समय कस्टमर यानि नियोक्ता की विश्वसनीयता भी काफी मायने रखती है। अगर आप किसी लोकप्रिय संस्थान या मल्टीनेशनल कंपनियों में काम करते हैं तो आपको पर्सनल लोन पर बेहतर डील मिल सकती है। क्योंकि इससे बैंक को आपके कार्यक्षेत्र पर भरोसा रहता है और वह उम्मीद करती है कि आप ईएमआई समय पर चुकाएंगे।
आजकल बहुत-सी वित्तीय कंपनियां और बैंक पर्सनल लोन पर कई तरह के ऑफर्स देते हैं। इसमें आपको न सिर्फ कम ब्याज दर पर लोन मिल सकेगा। बल्कि इससे आपको शॉपिंग या अन्य दूसरी चीजों में गिफ्ट कूपन या छूट मिल सकती है।