आरबीआई ने बिगड़े हुए आर्थिक हालात को देखते हुए कर्जदारों को अस्थायी राहत देने के लिए ये कदम उठाया है। मोराटोरियम का विकल्प चुनते समय आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि भले ही आप फिलहाल लोन नहीं चुका रहे हैं लेकिन बाद में आपको इस मूलधन पर इश अवधि के लिए ब्याज देना ही होगा। बकाया राशि पर 2 से 4 प्रतिशत ब्याज लगाया जाता है। इसके अलावा, यदि आप इन छह महीनों के दौरान कोई और खरीदारी करते हैं, तो नए खर्च पर ब्याज पहले ही दिन से लगना शुरू हो जाएगा।
इसलिए अगर आप इतने मजबूर नहीं है तो क्रेडिट कार्ड ( CREDIT CARD ) मोराटोरियम के लिए आवेदन नहीं करना चाहिए। हालांकि आफको 3 महीने की मोहलत मिल जाएगी लेकिन इसकी लागत अधिक है। और इसमें अन्य किसी भी तरह के लोन से ज्यादा ब्याज का बोझ होगा। मोरेटोरियम की वजह से आपको 25 से 50 प्रतिशत के बीच एक्स्ट्रा ब्याज का बोझ उठाना होगा जो आपकी फाइनेंशियल हेल्थ के लिए बिल्कुल ही सही नहीं है।
तो अगर आप नौकरी पेशा है और आपकी कंपनी आपको इतनी सैलेरी दे रही है कि आपके खर्च आसानी से चल जाएंगे तो कर्ज का बोझ बढ़ा कर अपनी चिंता को न ही बढ़ाए।