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क्या होता है कंपनी एफडी?
बता दें कि कंपनी या कॉरपोरेट एफडी बैंक एफडी की तरह ही होती है। बैंक एफडी में जहां निवेशकों का पैसा बैंक में रहता है। वहीं, कंपनी एफडी में पैसा कंपनी के पास रखते हैं। कंपनी एफडी का रिटर्न बैंक एफडी से ज्यादा हो सकता है। इनमें मध्य स्तर का जोखिम होता है। यहां आप 12 महीने से 10 साल तक के लिए निवेश कर सकते हैं।
सीनियर सिटीजन को ज्यादा फायदा
बैंक की तरह ही कंपनी एफडी में भी सीनियर सिटीजन को ज्यादा फायदा मिलता है। यहां सीनियर सिटीजन को 0.5 फीसदी अतिरिक्त ब्याज मिलता है। लेकिन, आपको बता दें कि बैंक डिपॉजिट कॉरपोरेट एफडी से ज्यादा ज्यादा सुरक्षित होती हैं। बैंक में डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन से 2 लाख रुपये तक की राशि पर सुरक्षा मिलती है, कॉरपोरेट एफडी पर ऐसा नहीं है।
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कहां निवेश करना चाहिए?
निवेशकों को कंपनी एफडी की क्रेडिट रेटिंग का भी ध्यान रखना चाहिए। आपको केवल उन कंपनियों में निवेश करना चाहिए, जिनकी रेटिंग Crisil, ICRA, CARE आदि एजेंसी से AAA, AA and AA+ प्राप्त हों। बैंक एफडी की तरह ही कंपनी एफडी रिटर्न भी निवेशक की इनकम टैक्स स्लैब के मुताबिक पूरी तरह टैक्सेबल हैं।