ये भी पढ़े:- 90,000 करोड़ की हल्दीराम में हिस्सेदारी चाहता है PepsiCo, चुकाने पड़ सकते हैं इतने करोड़ रूपए E-commerce का बढ़ता दबदबा (E-commerce Sector Salary Hike)
रैंडस्टैड इंडिया द्वारा जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में इंटरनेट और E-commerce सेक्टर का तेजी से विकास हो रहा है। यह बदलाव स्मार्टफोन और इंटरनेट उपयोग में वृद्धि, छोटे और मध्यम उद्यमों के बाजार में प्रवेश और डिजिटल पेमेंट के बढ़ते उपयोग के कारण आया है। इस क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की बढ़ती मांग ने वेतन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।
अन्य सेक्टरों में भी आकर्षक पैकेज
E-commerce के अलावा, प्रोफेशनल सर्विसेज और बिजनेस कंसल्टिंग सेक्टर ने भी बेहतर प्रदर्शन किया। इन सेक्टरों में वरिष्ठ अधिकारियों को औसत ₹36.5 लाख का CTC दिया गया। मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर भी पीछे नहीं है, जहां ₹35.1 लाख का औसत CTC दिया जा रहा है।
बीएफएसआई और हेल्थकेयर सेक्टर का योगदान
बीएफएसआई (बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस) सेक्टर ने भी उच्च वेतन वाले क्षेत्रों में अपनी जगह बनाई है। इस क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और बैंकिंग ऑपरेशंस जैसे क्षेत्रों में भारी मांग देखी गई है।
हेल्थकेयर सेक्टर में शानदार प्रदर्शन
हेल्थकेयर सेक्टर भी 2024 में बड़ा खिलाड़ी बनकर उभरा है। इस क्षेत्र में वरिष्ठ स्तर पर औसत CTC ₹43.95 लाख और मध्यम स्तर पर ₹28.43 लाख है। हेल्थकेयर में डिजिटल टेक्नोलॉजी और डेटा एनालिटिक्स के उपयोग ने इसे और अधिक प्रभावी बना दिया है।
बेंगलुरु और मुंबई का प्रभुत्व
बेंगलुरु ने देश के सबसे बड़े जॉब मार्केट के रूप में अपनी स्थिति को बनाए रखा है। यहां BFSI, मैन्युफैक्चरिंग, रिटेल और आईटी जैसे उद्योगों में सबसे आकर्षक वेतन मिल रहा है। - जूनियर स्तर पर औसत CTC ₹7.2 लाख
- मिड-लेवल पर ₹19 लाख
- वरिष्ठ स्तर पर ₹36.5 लाख
मुंबई, हालांकि, वरिष्ठ स्तर की सैलरी में सबसे आगे है। यहां औसत CTC ₹38.8 लाख है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4% अधिक है।
टियर-2 शहरों में उभरते अवसर
भोपाल, मैसूर, और कानपुर जैसे टियर-2 शहर तेजी से उभरते हुए टैलेंट हब बन रहे हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि यहां तकनीकी भूमिकाओं में औसत CTC ₹8.1 लाख तक पहुंच गया है, जो इसे टॉप श्रेणी में रखता है। ये भी पढ़े:- निवेशकों के लिए आखिरी मौका आज, GMP की चमक से निवेशकों में क्यों है जबरदस्त उत्साह? आर्थिक विकास के लिए सकारात्मक संकेत
रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि भारत का जॉब मार्केट तेजी से विकसित हो रहा है। कुशल पेशेवरों की मांग और उनके लिए उच्च वेतन देश के आर्थिक विकास को और अधिक मजबूत बना रहे हैं। टियर-1 और टियर-2 शहरों का उदय न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहा है, बल्कि यह भी दिखा रहा है कि भारत ग्लोबल टैलेंट हब बनने की ओर अग्रसर है।