1- मेष राशि- मेष राशि महाशिवरात्रि के दिन लाल चंदन व लाल रंग के पुष्प भगवान भोलेनाथ को अर्पित करने के साथ ऊँ नागेश्वराय नम: मंत्र का जप 51 या 108 बार जरूर करें। आपके मन की मुराद जल्द पूरी होगी।
Mahashivratri 2020 : ये हैं 4 पहर की शिव पूजा का सर्वोत्तम शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि
2- वृषभ राशि- वृषभ राशि के जातक भगवान शिव की पूजा चमेली के फूलों से करने के साथ शिवजी के रुद्राष्टक का पाठ भी करें।
3- मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातक भगवान शिव को धतूरा, भांग अर्पित करने के बाद 108 बार शिव पंचाक्षरी मंत्र- ॐ नम: शिवाय का जप करें।
महाशिवरात्रि के दिन केवल एक बार पढ़ ले स्तुति शिव करेंगे हर इच्छा पूरी
4- कर्क राशि- कर्क राशि के जातक शिवलिंग का अभिषेक भांग मिश्रित गाय के दूध से करे एवं रूद्रष्टाध्यायी का पाठ करें।
5- सिंह राशि- सिंह राशि के जातक भगवान शिव की पूजा कनेर के लाल रंग के पुष्प से करें, एवं शिवालय में बैठकर श्री शिव चालीसा का पाठ करें।
Mahashivratri 2020 : ये 7 शिव मंत्र, नौकरी, विवाह, धन, परीक्षा जैसी अनेक टेंशन हो जाएगी खत्म
6- कन्या राशि- कन्या राशि के जातक भगवान शिवजी की पूजा बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि सामग्री शिवलिंग पर अर्पित करने के बाद शिव पंचाक्षरी मंत्र ऊँ नमः शिवाय का जप करें।
7- तुला राशि- तुला राशि के जातक मिश्री युक्त दूध से शिवलिंग का अभिषेक करने के बाद शिव के सहस्रनामों का जप पाठ करें।
महाशिवरात्रि : शिव की सर्वफलदायी ज्योतिर्लिंग स्तुति प्रार्थना
8- वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के जातक शिवजी का पूजन गुलाब के फूलों एवं बिल्वपत्र की जड़ से करने के बाद, रूद्राष्टकम स्तुति का पाठ करें।
9- धनु राशि- धनु राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन प्रात:काल में भगवान शिव की पूजा पीले रंग के फूलों से करे एवं प्रसाद के रूप में खीर का भोग लगाकर श्री शिवाष्टक का पाठ करें।
ये भी पढ़ें : महाशिवरात्रि पर ये 10 अभिषेक करने से तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं महादेव
10- मकर राशि- मकर राशि के जातक धतूरा, भांग, अष्टगंध आदि से भगवान शिव की पूजन करने के बाद 108 बार इस मंत्र का जप करें । मंत्र- ऊँ पार्वतीनाथाय नम:।।
11- कुंभ राशि- कुंभ राशि के जातक शिवलिंग का गन्ने के रस से अभिषेक करें एवं शिवाष्टक का पाठ भी करें ।
12- मीन राशि- मीन राशि के जातकों को पंचामृत, दही, दूध एवं पीले रंग के फूल शिवलिंग पर अर्पित करने चाहिये एवं पूजन के बाद शिव पंचाक्षरी मंत्र नम: शिवाय का जप चंदन की माला से 108 बार करें।
****************