वट सावित्री व्रत रखकर पूजन
वट सावित्री का व्रत 6 जून को रखा जाएगा। कहते हैं कि यम देव ने माता सावित्री के पति सत्यवान के प्राणों को वट वृक्ष के नीचे ही लौटाया था। वट सावित्री का व्रत रखने से पति की आयु लंबी होती है। ये भी पढ़ेंः Jyeshtha: ज्येष्ठ में जल का बड़ा महत्व, जानें इस महीने कौन सा काम करें और क्या न करें गंगा दशहरा
16 जून को गंगा दशहरा है। मान्यता है कि इसी दिन गंगाजी का अवतरण हुआ था। गंगा दशहरा के दिन गंगा, नर्मदा व अन्य पवित्र नदियों में स्नान करना और दान-पुण्य करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। यह भी मान्यता है कि इस दिन देवी गंगा नर्मदाजी से मिलने आती हैं।
आइये देखें जून के व्रत त्योहार की लिस्ट
तारीख दिन और तिथि व्रत-त्योहार
- 1 जून शनिवार ज्येष्ठ कृष्ण दशमी हनुमान जयंती (दक्षिण भारत में)
- 2 जून रविवार, ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी अपरा एकादशी
- 3 जून सोमवार, ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी वैष्णव अपरा एकादशी
- 4 जून मंगलवार, ज्येष्ठ कृष्ण त्रयोदशी/चतुर्दशी मंगल प्रदोष/मासिक शिवरात्रि
- 6 जून बृहस्पतिवार, ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या वट सावित्री, शनि जयंती, रोहिणी व्रत, दर्श अमावस्या, अन्वाधान, ज्येष्ठ अमावस्या
- 7 जून शुक्रवार, ज्येष्ठ शुक्ल प्रतिपदा चंद्र दर्शन
- 10 जून सोमवार ज्येष्ठ शुक्ल चतुर्थी विनायक चतुर्थी
- 11 जून मंगलवार ज्येष्ठ शुक्ल षष्ठी स्कंद षष्ठी
- 14 जून शुक्रवार धूमावंती जयंती, मासिक दुर्गाष्टमी
- 15 जून शनिवार ज्येष्ठ शुक्ल नवमी महेश नवमी, मिथुन संक्रांति
- 16 जून रविवार ज्येष्ठ शुक्ल दशमी(जून का तीसरा रविवार) गंगा दशहरा, पितृ दिवस
- 17 जून सोमवार ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी गायत्री जयंती
- 18 जून मंगलवार ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी, द्वादशी निर्जला एकादशी, राम लक्ष्मण द्वादशी
- 19 जून बुधवार ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी बुध प्रदोष व्रत
- 21 जून शुक्रवार ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा वट पूर्णिमा व्रत (साल का सबसे बड़ा दिन), अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, ज्येष्ठ पूर्णिमा
- 22 जून शनिवार ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा कबीरदास जयंती, इष्टि
- 23 जून रविवार आषाढ़ कृष्ण प्रतिपदा आषाढ़ माह प्रारंभ (उत्तर भारत में)
- 25 जून मंगलवार आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी कृष्णपिंगल संकष्टी चतुर्थी
- 28 जून शुक्रवार आषाढ़ कृष्ण अष्टमी कालाष्टमी, मासिक कृष्ण अष्टमी