बिना दुल्हन के लौटी बारात
दरअसल, यहां एक सरकारी क्लर्क के बेटे की शादी तय थी। जानकारी के अनुसार रिश्ता तय करने के बाद लड़की और उसके परिवार को ये बताया गया था कि लड़का सरकारी नौकरी करता है। लेकिन शादी के रस्म के दौरान लड़की को ये पता चला कि वह एक निजी सेक्टर में सिविल इंजीनियर है। दुल्हन को जब पता चला कि लड़का सरकारी नौकरी वाला नहीं है तो लड़की ने हाई वोल्टेज ड्रामा किया। लोगों ने लड़की को काफी समझाने की कोशिश की लेकिन लड़की नहीं मानी। रिश्ता कराने वाले बिचौलिए ने दावा किया था कि दूल्हे का परिवार कन्नौज में रहता है और वह सरकारी नौकरी करता है। इसके अलावा उनके पास छह प्लॉट 20 बीघा जमीन है। सैलरी स्लिप दिखाने पर भी नहीं मानी दुल्हन
दुल्हन को मनाने के लिए लड़के ने अपने फोन में सैलरी स्लिप मंगवाई, जिसमें 1 लाख 20 हजार महीने का वेतन लिखा हुआ था। इसे देखने के बाद भी दुल्हन अपने जिद पर अड़ी रही। लोगों ने दुल्हन को मनाने की कोशिश की लेकिन दुल्हन को सरकारी नौकरी वाला लड़का ही चाहिए था। बाद में लोगों ने फैसला किया कि दोनों पक्षों का जो भी खर्च हुआ है, वो आपस में बांट लें। सवा लाख सैलरी होने के बाद भी दुल्हन अपने जिद पर अड़ी रही और बारात को बिना दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा।