फैजाबाद | केंद्र सरकार की जल विद्युत परियोजना नाफ्था झाकरी व करछम वगच्यू में शिल्ट आ जाने के कारण प्रदेश में अभूतपूर्व बिजली संकट खड़ा हो गया है जिसके कारण प्रदेश को जो 500 मेगा वाट बिजली मिल रही थी वह नहीं मिल पा रही है यही नहीं पावर ग्रिड कारपोरेशन चंपा के कुरुक्षेत्र लाइन के ट्रिप कर जाने के कारण वेस्टर्न रीजन से नार्दन रीजन में कंजेशन की स्थिति पैदा हो गई है। जिसके कारण उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन को 1200 मेगावाट बिजली की कटौती की संभावना है | जिसके कारण प्रदेश को 1700 मेगा वाट प्रतिदिन बिजली की कमी पड़ रही है जिसको लेकर प्रदेश में बिजली संकट गहरा गया है। बिजली आपूर्ति कम होने से इसका सीधा असर वितरण प्रणाली पर पड़ रहा है और इस समस्या से सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता परेशान हो रहें हैं |
फैजाबाद के ग्रामीण इलाकों में बिजली का भारी संकट मची त्राहि त्राहि
फैजाबाद मंडल के ग्रामीण क्षेत्रों में 7 से 8 घंटे बिजली कटौती की जा रही है। फैजाबाद मंडल के मुख्य अभियंता हर्ष मुंशी ने बताया कि नदियों में सिल्ट आने के कारण प्रदेश में विद्युत उपलब्धता में कमी आ गई है जो अभी एक हफ्ते तक समस्या उत्पन्न कर सकती है। हर्ष मुंशी ने बताया कि आकस्मिक स्थित में पावर कारपोरेशन द्वारा कंटीजेंसी तथा एक्सचेंज के माध्यम से बिजली क्रय कर प्रदेश के उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति करने का प्रबंध किया जा रहा है। वहीँ बिजली कटौती से ग्रामीण क्षेत्रों के लोग परेशान हैं | इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी और उमस के बीच पंखे ही एकमात्र राहत का सहारा हैं लेकिन गाँवों में स्थित यह है कि रात रात भर बिजली गायब हो जा रही है जिसके कारण ग्रामीणों को जाग कर रात बितानी पड़ रही है भीषण गर्मी की चपेट में आकर लोग बीमार हो रहे हैं | बिजली कटौती का सबसे बुरा असर बच्चों पर पड़ रहा है और वह संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं | फिलहाल बिजली की आपूर्ति कम होने के कारण वितरण व्यवस्था प्रभावित हुई है | जब तक विद्युत् उत्पादन की ये इकाइयां फिर से नही चलेंगी तब तक ये समस्या यूँ ही बनी रहेगी |