अब मंदिर के प्रथम तल का काम लगभग 50 फीसदी पूरा हो चुका है। इसी बीच ‘भारत’ का नया स्मृति चिह्न सबसे पहले राम मंदिर को समर्पित किया गया है। राजस्थान के एक व्यापारी श्रद्धालु ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को ये चिह्न भेंट किया है। पिंक स्टोन से बने इस स्मृति चिह्न में भारत लिखा गया है। इसे राजस्थान के विशेष पत्थरों से तैयार किया गया है। इसे भेंट करने वाले श्रद्धालु ने इच्छा जताई कि है भारत नाम की जो चर्चा वर्तमान में चल रही है, वह पूरी हो और देश का नाम भारत हो।
राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा के मुताबिक कोरोना काल में कुछ अड़चनें आईं, इसके बावजूद राम मंदिर कंस्ट्रक्शन कमेटी को पूरा भरोसा है कि दिसंबर, 2023 तक गर्भगृह बनकर तैयार हो जाएगा और जनवरी, 2024 से श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर तीन फ्लोर का बन रहा है। यानी ग्राउंड फ्लोर बनकर तैयार है। अब सिर्फ यहां फिनिशिंग का काम चल रहा है। खंभों पर मूर्तियां उकेरी जा रही हैं। मंदिर की नींव 12 मीटर गहरी है और उसके ऊपर 2 मीटर रॉफ्ट हैं। इसके बाद ग्रेनाइट के प्लिंथ की ऊंचाई लगभग 2.5 मीटर है।
कब होगा राममंदिर का भव्य उद्घाटन?
मीडिया रिपोर्ट्स में माना जा रहा है कि अयोध्या के राम मंदिर का भव्य उद्घाटन 22 जनवरी, 2024 को पीएम मोदी के हाथों होगा। इस बीच ‘भारत’ का नया स्मृति चिह्न राम मंदिर को समर्पित किया गया है। यह अयोध्या पहुंच चुका है। इसे राजस्थानी पत्थर पर उकेरा गया है। यह इस समय कारसेवकपुरम में रखा गया है। इसके ऊपर ‘हमारा देश, हमारा नाम’ और नीचे ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ लिखा हुआ है। उद्घाटन के दौरान 10 हजार से अधिक अतिथि और 2 लाख से अधिक रामभक्त मौजूद रहेंगे। इस बीच श्रीरामजन्मभूमि की सिक्योरिटी के लिए विशेष सुरक्षा बल (SSF) की तीन कंपनियां अयोध्या पहुंच चुकी हैं। इनमें 280 जवान शामिल हैं। तीन टुकड़ियां और मिलेंगी।