आने वाले दो साल में होगा बड़ा चेंज
नितिन गडकरी ने देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के इंफ्रास्ट्रक्चर पर बात करते हुए कहा कि देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर काफी मज़बूत है। अभी तक की सी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल के बीच रास्ते बदन होने की शिकायत नहीं आई है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ड्राइविंग/राइडिंग रेंज काफी बेहतर होती है। आने वाले समय में देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के इंफ्रास्ट्रक्टर को और मज़बूत बनाने पर काम किया जाएगा। इसके लिए आने वाले दो साल में बड़ा चेंज किया जाएगा।
आने वाले समय में दिल्ली-मुंबई हाइवे पर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए 670 चार्जिंग पॉइंट्स तैयार करवाएं जाएंगे, जिससे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को इस्तेमाल करने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। इतना ही नहीं, पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए हाईवे पर इलेक्ट्रिक बसों के लिए केबल चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया जाएगा।
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सरकार है प्रयासरत देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ाने के लिए सरकार भी प्रयासरत है। नितिन गडकरी ने जानकारी दी कि वर्तमान में देश में करीब 50 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल्स हैं। इनमें से कई तो इम्पोर्टेड भी हैं। सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की खरीद पर अच्छी सब्सिडी भी देती है। हाल ही में पेश हुए बजट 2023-24 के अनुसार आने वाले समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की कीमतों में कमी लाएगी। साथ ही ग्राहकों और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बनाने वाली कंपनियों को सब्सिडी भी दी जाएगी, जो अभी भी दी जाती है। इतना ही नहीं, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए लिथियम-आयन बैट्री बनाने के लिए आयत की जाने वाली चीजों पर कंपनियों को आयात शुल्क में भी छूट दी जाएगी।
इसके साथ ही सरकार की इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए बनाई गई FAME-II स्कीम के ज़रिए भी देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को तेज़ी मिलती है।