पिछली बार कितनी महिला विधायक 2017 के चुनाव में कुल 445 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में थीं। इनमें से 41 विजयी होकर विधानसभा पहुंची थीं। यह प्रदेश की विधानसभा में महिला भागीदारी का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इनमें सबसे ज्यादा महिला विधायक सत्ताधारी भाजपा के दल से थीं जिनकी संख्या 35 थी। इसके बाद कांग्रेस और बसपा के निशान पर दो-दो महिला विधायकों ने चुनाव मैदान में फतेह किया था। अपना दल (एस) और समाजवादी पार्टी के सिंबल पर भी एक-एक प्रत्याशी जीत तक विधानसभा पहुंची थीं।
यूपी चुनाव में इस बार ये दिग्गज महिला नेता रिया शाक्य रिया शाक्य को बीजेपी ने बिधूना सीट से प्रत्याशी बनाया है। रिया बीजेपी से सपा में जा चुके विनय शाक्य की बेटी हैं।
अदिति सिंह रायबरेली सदर सीट से भगवा लहराने की जिम्मेदारी अदिति सिंह की है। बीजेपी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है। वे सीएम योगी से काफी प्रभावित रही हैं। उन्होंने कांग्रेस को खुली चुनौती दी है कि रायबरेली में वे अपना खाता खोलेंगी। अदिति सिंह कद्दावर नेता रहे अखिलेश सिंह की बेटी हैं। वह साल 2017 में पहली बार चुनावी मैदान में उतरी थीं। अदिति सिंह यूपी विधानसभा की सबसे युवा सदस्यों में से एक हैं।
मृगांका सिंह मृगांका सिंह पश्चिमी यूपी के बड़े नेता और सांसद रहे हुकुम सिंह की बेटी हैं। मृगांका कैराना से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। आरती तिवारी अयोध्या की गोसाईगंज से बीजेपी प्रत्याशी आरती तिवारी पर इस बार वहां से भगवा लहराने की जिम्मेदारी है। वह लोगों से लगातार वोट अपील करती आई हैं। साल 2017 में गोसाईगंज से बीजेपी के टिकट पर इंद्रदेव तिवारी विधायक बने थे।
रूपाली दीक्षित हत्या के आरोप में आजीवन कारवास की सजा काट रहे पू्र्व मंत्री अशोक दीक्षित की बेटी रूपाली दीक्षित फतेहाबाद से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।