जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा के अनुसार सात मार्च को जिले के कुल 30 लाख 80 हजार 840 मतदाता अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। हालांकि इन मतदाताओं में से विकलांग, वयोवृद्ध और अशक्त मतदाताओं से उनके घर पहुंचकर पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान कराया जा चुका है। इसके अलावा चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारी भी प्रशिक्षण के दौरान पोस्टल बैलेट से मतदान कर चुके हैं।
विधानसभा चुनावों के लिए जिले में 107 मॉडल बूथ बनाए गए हैं। इसके अलावा नौ बूथों को ऑल वुमेन बूथ के रूप में तैयार किया गया है, जहां पीठासीन अधिकारी से लेकर मतदान अधिकारी तक महिलाएं होंगी। इस बूथ की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी महिला पुलिस को ही सौंपी गई है। महिलाओं को आकर्षित करने की खातिर इन बूथों को पिंक कलर से रंगा गया है। रंगोली सजायी गई है। यही नहीं इन बूथों पर महिला मतदाताओं संग आने वाले बच्चों के लिए खास आकर्षण हैं। प्ले एरिया तैयार करने का काम अंतिम दौर में है।
जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से जिले में चार विकलांग बूथ भी होंगे। इन बूथों पर विकलांगों के लिए रैंप की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। पोलिंग पार्टियां किसी का भी आतिथ्य स्वीकार नहीं करेंगी
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सोमवार को होने वाले मतदान के लिए गठित प्रत्येक पोलिंग पार्टी में एक पीठासीन अधिकारी समेत प्रथम, द्वितीय और तृतीय मतदान अधिकारी होंगे। उनके साथ सुरक्षाकर्मी भी बूथों पर जाएंगे। पोलिंग पार्टियों को रविवार की रात अपने-अपने। बूथों पर ही रहने के सख्त निर्देश दिए गए थे। उन्हें सख्त हिदायत दी गई है कि कोई भी मतदान कार्मिक या पोलिंग पार्टी में शामिल कोई भी सदस्य अपने बूथ या मतदान केंद्र के आसपास किसी का भी आतिथ्य स्वीकार न करें।